अब सेवानिवृत्त कर्मचारी करेंगे चीनी मिल की तकनीकी खराबी दूर
शहर के सहकारी चीनी मिल में आई तकनीकी खराबी अब सेवानिवृत्त कर्मचारी दूर करेंगे। इसके लिए मिल प्रबंधन ने सोनीपत के अलावा दूसरे मिलों के सेवानिवृत्त तकनीकी कर्मचारियों को बुलाया है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत:
शहर के सहकारी चीनी मिल में आई तकनीकी खराबी अब सेवानिवृत्त कर्मचारी दूर करेंगे। इसके लिए मिल प्रबंधन ने सोनीपत के अलावा दूसरे मिलों के सेवानिवृत्त तकनीकी कर्मचारियों को बुलाया है। वहीं, दूसरी ओर सोमवार को भी चीनी मिल में गन्ने की पेराई न होने से किसान भड़क गए और सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष-प्रदर्शन किया। किसानों ने प्रशासन से नुकसान की भरपाई की मांग की, वहीं जल्द पेराई शुरू न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी।
सरकार की ओर से चीनी मिल की क्षमता प्रतिदिन 22 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई करना अधिकारियों की गले की फांस बन गया है। इससे वर्तमान सत्र शुभारंभ के 25 दिन बाद भी नहीं शुरू हो पाया है। इसका मुख्य कारण मिल में बार-बार तकनीकी खराबी आना है। इसे शुरू करने में जहां अधिकारी-कर्मचारी पसीना बहा रहे हैं, वहीं पेराई न होने से किसानों को नुकसान हो रहा है। मिल में तकनीकी खराबी दूर करने के लिए प्रबंधन ने सेवानिवृत्त तकनीकी कर्मचारियों का सहारा लिया है। वहीं, सोमवार को भी मिल में पेराई शुरू नहीं हो पाई, जिससे किसान भड़क गए। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ रोष-प्रदर्शन किया।
किसान प्रदीप, मोनू, संत, संजय, सोनू, श्याम, विजेंद्र, रामफल, ओमप्रकाश, सज्जन, सुरेश आदि ने बताया कि 5 दिसंबर से किसानों का गन्ना मिल में सूख रहा है। अब प्रबंधन उसे दूसरे मिलों में भेज रहा है। इससे उन्हें काफी नुकसान होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधन अभी तक यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर क्या परेशानी आ रही है और इसमें कितना समय लगेगा। इससे न केवल उनका नुकसान बढ़ता जा रहा है, बल्कि गेहूं की फसल में भी देरी हो रही है। वहीं, खेत से लेबर भी पैसे लेकर वापस जा चुकी है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अब तक किसानों का जितना नुकसान हो गया है उसे प्रबंधन पूरा करें। साथ ही जल्द मिल में गन्ने की पेराई शुरू की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मिल में जल्द पेराई शुरू नहीं हुई तो वे शहर में रोड पर गन्ना रखकर धरना देंगे। इसको लेकर बुधवार को उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। मिल में तकनीकी खराबी दूर करने के लिए इंजीनियर व कर्मचारी लगे है। इसके अलावा सेवानिवृत्त तकनीकी कर्मचारियों को कई मिलों से बुलाया गया है। अधिकतर काम पूरा हो गया है। रातभर इसका ट्रायल किया जाएगा। सुबह से पेराई सुचारू कर दी जाएगी। शुरुआत में 10 से 20 हजार क्विंटल गन्ना प्रतिदिन पेराई किया जाएगा, ताकि किसानों को कोई परेशानी न हो।
-सुरेंद्र दून, नगराधीश एवं एमडी शुगर मिल, सोनीपत।