बसों का रात्रि ठहराव कराने के लिए पांच ग्राम पंचायतों ने भेजा जीएम को प्रस्ताव
ग्रामीण क्षेत्र में रोडवेज बसों का रात्रि ठहराव कम होने से यात्रियों को सुबह-शाम सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी छात्र-छात्राओं व दैनिक यात्रियों को उठानी पड़ रही है। यह तर्क पांच गांवों की ग्राम पंचायतों ने दिया है। इसके लिए ग्राम पंचायतों ने रोडवेज महाप्रबंधक को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें उन्होंने गांवों में बसों का रात्रि ठहराव करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : ग्रामीण क्षेत्र में रोडवेज बसों का रात्रि ठहराव कम होने से यात्रियों को सुबह-शाम सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी छात्र-छात्राओं व दैनिक यात्रियों को उठानी पड़ रही है। यह तर्क पांच गांवों की ग्राम पंचायतों ने दिया है। इसके लिए ग्राम पंचायतों ने रोडवेज महाप्रबंधक को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें उन्होंने गांवों में बसों का रात्रि ठहराव करने की मांग की है।
सोनीपत डिपो में 131 बसों का बेड़ा शामिल हैं। इन बसों में हर रोज करीब 30 हजार यात्री ग्रामीण क्षेत्र से लेकर दूसरे राज्यों तक यात्रा करते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कारण यह है कि सरकार ने बसों के रात्रि ठहराव करने में नियम लागू कर दिया है। सोनीपत डिपो के अंतर्गत जहां पहले 40 बसों का रात्रि ठहराव ग्रामीण क्षेत्र में हो रहा था, वहीं अब केवल 10 बसें ही रात्रि ठहराव कर रही हैं। बसों का रात्रि ठहराव कम होने से अब ग्राम पंचायतें यात्रियों के समर्थन में आई हैं। गांव बोहला, तेवड़ी, रोलद-लतीफपुर, मोई व कैलाना की ग्राम पंचायत ने रोडवेज महाप्रबंधक को अपने प्रस्ताव भेजकर गांवों में बसों के रात्रि ठहराव करने की मांग की है। उन्होंने कहा गांवों से हर रोज काफी यात्री शहरों में ड्यूटी करने व सैंकड़ों छात्र-छात्राएं स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालयों में पढ़ने के लिए आती हैं। बस पास होने के बावजूद उन्हें सुबह किराया देकर शिक्षण संस्थानों व शाम को घर पहुंचना पड़ रहा है। उन्होंने महाप्रबंधक से जल्द पूर्व की तरह सुबह-शाम रोडवेज बसों की सुविधा देने की मांग की है। रोडवेज कर्मचारियों की भूख हड़ताल संपन्न
बसों के रात्रि ठहराव को पूर्व की तरह करने व 365 चालकों को दोबारा लगाने की मांग को लेकर रोडवेज कर्मचारियों की 24 घंटे की भूख हड़ताल शुक्रवार को संपन्न हुई। कर्मचारियों ने रोडवेज तालमेल कमेटी के बैनर तले धरना देकर सरकार के खिलाफ रोष-प्रदर्शन किया। साथ ही जल्द मांगों को लागू करने की मांग की। दूसरे दिन भी नहीं आया कुरुक्षेत्र जाने के लिए कोई दर्शक
सरकार की ओर से कुरुक्षेत्र में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में जाने के लिए दूसरे दिन भी कोई यात्री सोनीपत व राई बीडीपीओ कार्यालय में नहीं पहुंचा। इस कारण संबंधित अधिकारियों ने सोनीपत से दोनों व राई से एक बस को वापस रोडवेज डिपो में भेज दिया।