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कोर्ट में गए रेडियोलॉजिस्ट, मरीजों के अल्ट्रासाउंड बंद

जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड की जांच कराना आसान नहीं है। इसके लिए मरीजों को अस्पताल में दो से तीन महीनों का इंतजार करना पड़ता है। इस बीच उनकी बीमारी बढ़े या अन्य परेशान हो, उसका अल्ट्रासाउंड नहीं होगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Dec 2018 06:01 PM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 06:01 PM (IST)
कोर्ट में गए रेडियोलॉजिस्ट, मरीजों के अल्ट्रासाउंड बंद
कोर्ट में गए रेडियोलॉजिस्ट, मरीजों के अल्ट्रासाउंड बंद

जागरण संवाददाता, सोनीपत

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जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड की जांच कराना आसान नहीं है। इसके लिए मरीजों को अस्पताल में दो से तीन महीनों का इंतजार करना पड़ता है। इस बीच उनकी बीमारी बढ़े या अन्य परेशानी हो, उसका अल्ट्रासाउंड नहीं होगा। ऐसे में समय पर अल्ट्रासाउंड न होने से मरीज निजी सेंटरों पर पैसे खर्च करने पर मजबूर हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण अस्पताल में एक ही रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त होना है। वह भी बुधवार को दो दिन के लिए कोर्ट चले गए, जिस कारण अस्पताल में मरीजों के अल्ट्रासाउंड बंद रहे। इससे मरीज दिनभर इधर-उधर चक्कर काटते रहे। आपातकालीन मरीजों को निजी सेंटरों पर जांच करानी पड़ी।

मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के मद्देनजर सरकार की ओर से दिल्ली रोड पर 200 बेड का नागरिक अस्पताल स्थापित किया है। यहां हर रोज 1200-1400 मरीजों की ओपीडी होती है। डॉक्टरों की ओर से हर रोज बीमारी के अंतर्गत 150 से ज्यादा मरीजों का अल्ट्रासाउंड लिखा जाता है, जिनमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। इसके बावजूद केवल 70-80 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड हो पाता है, क्योंकि अस्पताल में केवल एक ही रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति की गई हैं। अन्य मरीजों को आगामी तारीख दी जाती है। लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या से हालात यह हो गए हैं कि मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए दो से तीन महीने की तिथि मिल रही है। इससे मरीजों को बीमारी के तहत निजी सेंटरों पर जांच करानी पड़ रही है, जिससे उन्हें 800-1000 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। शुक्रवार को लगेगी मरीजों की लंबी लाइन

नागरिक अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट दो दिन तक कोर्ट में रहेंगे। इसके लिए बुधवार को अस्पताल में नोटिस भी चिपकाया गया। इस कारण न तो बुधवार को अल्ट्रासाउंड हुए और न अब बृहस्पतिवार को होंगे। इससे शुक्रवार को मरीजों की संख्या तीन गुणा हो जाएगी। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है।

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अस्पताल में एक ही रेडियोलॉजिस्ट नियुक्त हैं, जबकि मरीजों की संख्या काफी है। इसके बावजूद अगर वे अवकाश या कोर्ट में गए हैं तो आपातकालीन मरीजों का अल्ट्रासाउंड पैनल में लिए गए सेंटरों पर कराया जाता है।

डॉ. जसवंत पूनिया, सिविल सर्जन, सोनीपत।


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