बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन के आश्वासन पर आज से काम पर लौटेंगे अधिवक्ता
सोनीपत एसपी से विवाद के बाद 21 दिन तक कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर रहने के बाद अधिवक्ता मंगलवार से काम पर लौटेंगे।
जागरण संवाददाता, सोनीपत : एसपी से विवाद के बाद 21 दिन तक कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर रहने के बाद अधिवक्ता मंगलवार से काम पर लौटेंगे। हालांकि, जिन मांगों को लेकर अधिवक्ता कार्य बहिष्कार पर थे, उनमें से एक भी पूरी नहीं हुई है। अधिवक्ता हरियाणा एंड पंजाब बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन बिजेंद्र अहलावत के आश्वासन पर काम पर लौटने को राजी हो गए। बिजेंद्र सोमवार को बार की बैठक में पहुंचे थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे 10 दिन के भीतर सभी मांगों पर सहमति बना लेंगे। इस पर बार एसोसिएशन मंगलवार से काम पर लौटने को तैयार हो गई। जिला बार एसोसिएशन ने हड़ताल खत्म करने के साथ ही यह भी एलान किया है कि वे 20 दिसंबर तक इंतजार करेंगे। यदि तब तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो 21 को बार हाऊस की बैठक बुलाकर आगामी निर्णय लेंगे।
एसपी प्रतीक्षा गोदारा के साथ विवाद होने पर अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार का एलान किया था। बाद में बार हॉल और पुराने मालखाने की दीवार को लेकर अधिवक्ता विरोध में उतर आए। इस मामले को लेकर सेशन जज की शिकायत पर बार प्रधान और एसोसिएशन के अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज भी हुआ। बाद में पुलिस की मौजूदगी में मालखाने की दीवार को दोबारा बनाया गया। इस पूरे प्रकरण के बाद न्यायालय परिसर में पुलिस तैनात करनी पड़ी। मामला उस वक्त और गरमा गया जब रात के समय चैंबरों पर बिजली निगम की छापेमारी हुई। ऐसे में अधिवक्ताओं ने प्रदेशभर में अधिवक्ताओं से सहयोग मांगा। प्रदेशभर के बार एसोसिएशन के पदाधिकारी सोनीपत में जुटे और मामले का हल निकालने को लेकर मंथन किया। मगर कोई समाधान नहीं निकल पाया था। बाद में प्रदेश स्तरीय हड़ताल के एलान पर ऑल हरियाणा बार एसोसिएशन के चेयरमैन मीर सिंह यादव का लाइसेंस निलंबित हो गया, जिस पर अधिवक्ताओं ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया था। अब सोमवार को बैठक कर हड़ताल व क्रमिक अनशन को स्थगित कर दिया गया है। अधिवक्ता वीरेंद्र खत्री पर बार विरोधी गतिविधि का आरोप, निलंबित
जिला बार एसोसिएशन की बैठक में एडवोकेट वीरेंद्र खत्री को निलंबित किया गया है। एसोसिएशन प्रधान अनूप दहिया का कहना है कि उन पर आरोप है कि वह हड़ताल के दौरान बार विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। उन्होंने हड़ताल को अनुचित ठहराते हुए बार काउंसिल को पत्र भी लिखा। वहीं, एसोसिएशन सदस्यों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, जिसके चलते उन्हें बार से निलंबित किया गया है।