ग्रामीणों को मनाने पहुंचे अधिकारी, मंद नहीं हुए विरोध के सुर
संवाद सहयोगी, राई (सोनीपत) : गांव मुरथल में लगाए जा रहे कचरा निस्तारण प्लांट को लेकर ग्रामीणों के विरोध के बाद अब प्रशासन भी हरकत में आया है। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए जिला उपायुक्त व नगर निगम अधिकारी मुरथल गांव में जन सुनवाई करने पहुंचे। वहां ग्रामीणों को कचरा निस्तारण प्लांट से कोई नुकसान न होने की बात कही।
संवाद सहयोगी, राई (सोनीपत)
गांव मुरथल में लगाए जा रहे कचरा निस्तारण प्लांट को लेकर ग्रामीणों के विरोध के बाद अब प्रशासन भी हरकत में आया है। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए जिला उपायुक्त व नगर निगम अधिकारी मुरथल गांव में जन सुनवाई करने पहुंचे। वहां ग्रामीणों को कचरा निस्तारण प्लांट से कोई नुकसान न होने की बात कही। वहीं, ग्रामीणों की एक कमेटी को पहले से बने कचरा निस्तारण प्लांट का दौरा कराने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि इसके बावजूद भी ग्रामीण अपनी बात पर अड़े रहे। शुक्रवार को जिला उपायुक्त, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, एनजीटी के अधिकारियों की कमेटी ने गांव में जन सुनवाई की। कमेटी एकीकृत ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन, परियोजना के तहत पर्यावरण स्वीकृति जनसुनवाई करने पहुंची थी। इस दौरान टीम ने कचरा निस्तारण केंद्र को लेकर ग्रामीणों की परेशानी जानी। जिस पर ग्रामीणों ने प्लांट मुरथल में लगाएं जाने पर विरोध जताया। ग्रामीणों का पक्ष सुनने के बाद उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण अपने स्तर पर 11 सदस्यीय कमेटी का गठन करे। कमेटी को अन्य जगह लगे प्लांट का दौरा कराय जाएगा। उसके आधार पर आगामी कदम उठाया जाएगा। हालांकि ग्रामीणों ने प्लांट का पुरजोर विरोध किया। इस दौरान नरेंद्र कोच मुरथल, संजीत, प्रकाश, सुभाष, हवा ¨सह दीपालपुर, कुलदीप, देवेंद्र, हरिप्रकाश असावरपुर, रामकिशन फौजी सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे। विरोध में उतरे थे 24 गांवों के ग्रामीण :
हाईवे क्षेत्र के 24 गांवों के प्रतिनिधियों ने गांव मुरथल में पंचायत कर कचरा निस्तारण प्लांट के लेकर विरोध जताया थ। बृहस्पतिवार को आंतिल चौबीसी के तत्वावधान में मुरथल गांव में आयोजित पंचायत में ग्रामीणों ने दो टूक कहा था कि किसी भी कीमत पर यहां प्लांट नहीं लगने दिया जाएगा। यदि सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो वे बड़ा आंदोलन करने से भी नहीं चूकेंगे। मुरथल में 15 एकड़ में लगना है प्लांट :
नगर निगम की ओर से गांव मुरथल में कचरा निस्तारण प्लांट लगाया जाना है। इसके लिए गांव के बाहर 15 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। इसकी चारदीवारी भी हो चुकी है और प्लांट लगाने के लिए टेंडर भी चुका है। फिलहाल मामला पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड में अटका हुआ है। वहां से प्लांट को लेकर एनओसी मिलनी है। इस प्लांट में कचरा से बिजली उत्पन्न करने व खाद तैयार करने की योजना है। यहां सोनीपत के अलावा पानीपत के कचरे का भी निस्तारण किया जाएगा।
ग्रामीणों को 11 सदस्यीय कमेटी गठित करने को कहा गया है। कमेटी को अन्य जगहों पर बने प्लांट का दौरा कराया जाएगा, जिसके बाद आगामी कार्रवाई होगी।
विनय कुमार, उपायुक्त, सोनीपत।