Sonipat: पटना RTO का कारनामा; बिना NOC बेच दिया हरियाणा नंबर का ट्रक, शराब तस्करी में पकड़ा गया था वाहन
बिहार की राजधानी पटना के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का एक अजब-गजब कारनामा सामने आया है। आरटीओ ने सोनीपत नंबर के एक ट्रक को बिना जांच-पड़ताल के नीलाम कर दिया और उस पर नया नंबर भी जारी कर दिया। कोई एनओसी भी नहीं ली गई।
सोनीपत, जागरण संवाददाता : बिहार की राजधानी पटना के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय का एक अजब-गजब कारनामा सामने आया है। आरटीओ ने सोनीपत नंबर के एक ट्रक को बिना जांच-पड़ताल के नीलाम कर दिया और उस पर नया नंबर भी जारी कर दिया। कोई एनओसी भी नहीं ली गई।
अब जिस नंबर के ट्रक को नीलाम कर नए नंबर से रजिस्टर किया गया है, खरखौदा के एक गांव का रहने वाला ट्रक का मालिक सोनीपत आरटीओ में अपना परमिट रिन्यू कराने और ट्रक की फिटनेस कराने पहुंचा तो उसका रिकॉर्ड कार्यालय से गायब मिला।
2015 में शराब तस्करी में पकड़ा गया था ट्रक
आरटीओ के अधिकारी ट्रक पर शराब तस्करी के लिए उसके नंबर की फर्जी प्लेट लगाने का अंदेशा जता रहे हैं। सोनीपत आरटीओ ने ट्रक के नए मालिक को नोटिस भेजकर एक महीने में जवाब मांगा। बिहार की पटना पुलिस ने पांच फरवरी, 2015 को एक ट्रक को शराब तस्करी में पकड़ा। उसे जब्त कर लिया गया। बाद में उसे नीलाम कर दिया गया। सारन जिले के गांव हेकम इकमा के रविशंकर शाह पुत्र द्वारका शाह ने ट्रक को नीलामी में खरीद लिया और अपने नाम नए नंबर से रजिस्टर्ड करा लिया।
बिना जांच कर दिया ट्रक नीलाम
अब फरवरी में खरखौदा के एक गांव के रहने वाले ट्रांसपोर्टर अपने नेशनल परमिट को रिन्यू कराने और ट्रक की फिटनेस कराने सोनीपत आरटीओ पहुंचे, लेकिन कार्यालय में उनके नंबर के ट्रक का रिकार्ड गायब था। बाद में जांच में पता चला कि उनके नंबर का ट्रक शराब तस्करी में पटना में पकड़ा गया था और उसे नीलाम करते हुए नए मालिक के नाम पंजीकृत कर दिया गया।
तस्करों ने ट्रक पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई थी
जबकि खरखौदा के ट्रांसपोर्टर ने बताया कि उनका ट्रक तो उनके पास चल रहा है, उसके सभी दस्तावेज भी उनके पास हैं। जांच में पता चला कि पटना आरटीए ने नीलामी से पहले सोनीपत आरटीए से एनओसी नहीं ली। उन्हें शक है कि शराब तस्करों ने ट्रक पर फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी।
फर्जी नंबर प्लेट लगाकर करते हैं तस्करी
खरखौदा से बिहार, राजस्थान, दिल्ली, एमपी के साथ कई राज्यों में शराब की तस्करी की जाती है। तस्कर गाडि़यों पर दूसरे वाहनों की नंबर प्लेट लगाकर तस्करी करते हैं। पकड़े जाने पर वे वाहन छोड़कर फरार हो जाते हैं। मामले की जांच की जा रही है। पटना आरटीए के साथ ही ट्रक के नए मालिक को शोकाज नोटिस भेजा गया है। अगर जवाब नहीं आता है तो ट्रक की आरसी रद कर कार्रवाई की जाएगी। हमारे कार्यालय से कोई एनओसी नहीं ली गई है।