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वर्कर का हाथ तोड़ा... प्राइवेट पार्ट में घुसाया डंडा, ढाबा मालिक के बेटे ने पार की हैवानियत की हदें

जगदीश का कहना है कि 15 अप्रैल की शाम को ढाबे के वर्कर बल्लू ने तंबाकू की पुड़िया लाने के लिए बगल के ढाबे पर भेज दिया। इसी बात को लेकर ढाबा मालिक के बेटे रौनक ने उसे लाठी-डंडों से पीटा। पिटाई से उसका हाथ और हाथ का अंगूठा और अंगुली भी टूट गई। आरोपित ने उसके गुप्तांग में डंडा घुसेड़ दिया।

By Deepak Gijwal Edited By: Pooja Tripathi Published: Fri, 19 Apr 2024 04:53 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2024 04:53 PM (IST)
सोनीपत में ढाबा मालिक के बेटे की बर्बरता।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। सोनीपत के गांव नसीरपुर के पास एक ढाबा मालिक के बेटे ने कर्मचारी को पीट-पीटकर उसका हाथ तोड़ दिया। उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा घुसा दिया।

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मारपीट में उसके हाथ का अंगूठा और अंगुली भी टूट गई। मामले को छिपाने के लिए उसे जबरदस्ती शराब पिलाकर बंधक बनाए रखा। वह घंटों तक वहां पड़ा तड़पता रहा।

बाद में होटल आए मालिक ने भी उसे पीटा। इस दौरान बीच-बचाव करने आए एक जानकार को भी आरोपितों ने पीटकर घायल कर दिया।

बाद में वह किसी तरफ वहां से निकलकर अस्पताल पहुंचा। फिलहाल शिकायत पर राई थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

15 अप्रैल को इस बात पर की बर्बरता

रोहतक के गांव भाली का रहने वाले जगदीश ने पुलिस को बताया कि वह एक महीने पहले नसीरपुर स्थित काले के वैष्णो ढाबे पर काम करने के लिए आया था।

जगदीश का कहना है कि 15 अप्रैल की शाम को ढाबे के वर्कर बल्लू ने तंबाकू की पुड़िया लाने के लिए बगल के ढाबे पर भेज दिया। इसी बात को लेकर ढाबा मालिक के बेटे रौनक ने उसे लाठी-डंडों से पीटा।

पिटाई से उसका हाथ और हाथ का अंगूठा और अंगुली भी टूट गई। आरोपित ने उसके गुप्तांग में डंडा घुसेड़ दिया। उसके बाद पानी के हौद के पास डालकर उसके ऊपर पानी डालने लगे।

मामले को छिपाने के लिए किया ये काम

मामले को छिपाने के लिए जबरदस्ती शराब पिला दी, ताकि कोई देखे तो उन्हें लगे की वो नशे में है। उसके बाद रात को होटल मालिक काला आया तो उन्होंने वहां पड़ा देखा तो उठकर काम करने को कहा। उससे उठा नहीं गया तो काले ने भी उसे पीटा।

इसी बीच उनका जानकार रविंद्र ढाबे पर खाना खाने आया तो उसने छुड़वाने की कोशिश की, लेकिन आरोपित ने उसे भी पीट दिया। वह डरकर वहां से भाग गया।

आरोपितों ने न फोन दिया न बाहर जाने दिया

उसके बाद आरोपितों ने न तो उसे फोन करने दिया और न ढाबे से बाहर जाने दिया। रात को उसके ऊपर कपड़ा डालकर छुपा दिया। जब रात को आरोपित सो गए तो वह किसी तरह वहां से निकला और अस्पताल पहुंचा। जहां से चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया। जहां उसका इलाज चल रहा है।

पुलिस बयान लेने गई, लेकिन वह बयान देने की हालत में नहीं था। अब बयान दर्ज कर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।


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