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चहेतों को खाद गड्ढे देने का लगाया आरोप

आरोप है कि गांव के निवर्तमान सरपंच विरेंद्र द्वारा छह हजार रुपये प्रति 60 गज जमीन खाद गड्ढों के रूप में मनमाने ढंग से गांव वालों को दी गई। शिकायतकर्ता का कहना है कि जिन लोगों को पहले से ही पंचायत द्वारा पंचायती जमीन दी जा चुकी थी ।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 04:41 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 04:41 PM (IST)
चहेतों को खाद गड्ढे देने का लगाया आरोप

संवाद सहयोगी, खरखौदा: नासिरपुर चौलका निवासी एक व्यक्ति ने गांव के निवर्तमान सरपंच पर खाद गड्ढे वितरण मनमाने ढंग से करने का आरोप लगाते हुए एक शिकायत उपायुक्त को देकर जांच की मांग की है। ग्रामीण ताराचंद का कहना है कि जो लोग पात्र नहीं थे उन्हें भी खाद गड्ढे दे दिए गए। गांव के निवर्तमान सरपंच द्वारा धांधली की गई है, जिसकी जांच होनी चाहिए।

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नासिरपुर चौलका निवासी तारचंद का आरोप है कि गांव के निवर्तमान सरपंच विरेंद्र द्वारा छह हजार रुपये प्रति 60 गज जमीन खाद गड्ढों के रूप में मनमाने ढंग से गांव वालों को दी गई। शिकायतकर्ता का कहना है कि जिन लोगों को पहले से ही पंचायत द्वारा पंचायती जमीन दी जा चुकी थी उन्हें भी दोबारा से खाद गड्ढे बांट दिए गए। इतना ही नहीं गांव में चार एकड़ जमीन पर खेल स्टेडियम बनाया जाना प्रस्तावित था, लेकिन साढ़े तीन एकड़ जमीन पर चारदीवारी कर बाकी आधा एकड़ जमीन पर अपने परिवार सदस्यों का कब्जा करवा दिया गया। वहीं आरक्षित वर्ग की जमीन पर बगैर उनकी सहमति के खाद गड्ढे बनाकर उन्हें अपने चहेते लोगों के नाम कर दिया। इस प्रकार से सरकारी जमीन की बंदर-बांट करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीण ताराचंद द्वारा उपायुक्त शिकायत देते हुए जांच की मांग की गई है। वहीं निवर्तमान सरपंच विरेंद्र का कहना है कि इस मामले से संबंधित पहले भी हुई शिकायतों की जांच में मैं दोषमुक्त पाया गया था। कई बार इस पर जांच हो चुकी है, मेरे द्वारा कोई धांधली नहीं की गई है। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं।


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