बेटी की शादी में हरियाणवी संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगा परिवार
वर्तमान आधुनिक दौर में लोग हरियाणा संस्कृति के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। कुछ ही लोग हैं जो संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण व अपनी संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन यह काफी नहीं है। इनके प्रति सभी को जागरूक होना होगा।
भूपेंद्र धुरान, सोनीपत
वर्तमान आधुनिक दौर में लोग हरियाणा संस्कृति के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। कुछ ही लोग हैं जो संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण व अपनी संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं, लेकिन यह काफी नहीं है। इनके प्रति सभी को जागरूक होना होगा। कुछ ऐसा ही संदेश देने का काम साईंपुरम निवासी परिवार ने अपनी बेटी की शादी में किया है। उन्होंने न केवल हरियाणवी भाषा में शादी का कार्ड छपवाया है, बल्कि शादी में आने वाले हर सदस्य को एक-एक पौधा देने का निर्णय लिया है।
मूलरूप से गांव जागसी हाल साईंपुरम निवासी भगत रविद्र सूरा पंजाब की एक निजी कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर हैं। उनके पिता सुल्तान सूरा बिजली निगम में बतौर चालक सेवानिवृत हुए हैं। रविद्र सूरा कालेज के समय से ही भगत सिंह के विचारों से प्रेरित हैं और पिछले करीब सात वर्षों से नौकरी के साथ ही ट्री-मैन देवेंद्र सूरा के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। इनकी बहन प्रियंका की 26 नवंबर को जींद जिले के गांव बाघड़ू निवासी जितेंद्र के साथ छोटूराम चौक स्थित एक निजी गार्डन में शादी है। शादी का निमंत्रण देने के लिए उन्होंने कार्ड हरियाणवी भाषा में छपवाया है। साथ ही शादी के दिन आने वाले सभी मेहमानों को एक-एक पौधा भेंट करने का निर्णय लिया है। इससे पहले उन्होंने अपनी बहन की सगाई भी हरियाणवी पहनावे में करवाई थी। कोरोना संक्रमण के लिए भी किए पुख्ता इंतजाम :
रविद्र सूरा ने बताया कि शादी-समारोह में कोरोना संक्रमण के बचाव के सभी नियमों का पालन किया जाएगा। इसके लिए गार्डन में सैनिटाइजर की सुविधा की गई है। साथ ही करीब 700 मास्क मंगवाए गए हैं। शादी के दौरान भीड़ जमा न हो, इसके लिए सभी मेहमानों को पोस्टर लगाकर जागरूक किया जाएगा। इस अवसर पर प्रशासन के सभी आदेशों का पूरा पालन करेंगे।