Move to Jagran APP

आढ़तियों ने धान की खरीद की बंद

जींद रोड स्थित नई अनाज मंडी में जिस एवज में धान की फसल की आवक हो रही है, उस एवज में बिके धान का उठा नहीं हो रहा है। इससे मंडी में बार-बार जाम लग रहा है और किसानों को फसल डालने के लिए जगह नहीं मिल रही है। इसके मद्देनजर मंडी के आढ़तियों ने बैठक करके बुधवार को धान की खरीद बंद करने का निर्णय लिया। खरीद बंद होने से किसान परेशान हुए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 05:40 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 05:40 PM (IST)
आढ़तियों ने धान की खरीद की बंद
आढ़तियों ने धान की खरीद की बंद

संवाद सहयोगी, गोहाना : जींद रोड स्थित नई अनाज मंडी में जिस एवज में धान की फसल की आवक हो रही है, उस एवज में बिके धान का उठान नहीं हो रहा है। इससे मंडी में बार-बार जाम लग रहा है और किसानों को फसल डालने के लिए जगह नहीं मिल रही है। इसके मद्देनजर मंडी के आढ़तियों ने बैठक करके बुधवार को धान की खरीद बंद करने का निर्णय लिया। खरीद बंद होने से किसान परेशान हुए।  

loksabha election banner

पक्का आढ़ती एसोसिएशन गोहाना के प्रधान डॉ. प्रदीप खाणिजो, आढ़ती राज कुमार, अमित आहुजा, बलराज देशवाल व अनिल कुंडू ने कहा कि मंडी में रोजाना हजारों क्विंटल धान की आवक हो रही है। जिस एवज में धान की आवक हो रही है उस एवज में मंडी से बिके धान का उठान नहीं हो पा रहा है। मंडी में जगह-जगह धान बोरियां की ढेरियां जमा हो गई हैं। डॉ. प्रदीप खाणिजो ने कहा कि मंडी में लाखों बोरियां जमा हैं। ऐसे में मंडी में बार-बार जाम लगता है और किसानों को धान की फसल डालने में परेशानी आती है। इसी के मद्देनजर बुधवार को धान की खरीद नहीं की गई, ताकि धान की बोरियों का उठान हो सके। दूसरी तरफ आढ़तियों ने भारतीय किसान यूनियन द्वारा मिलीभगत करके फसल के कम भाव लगाने के आरोप को निराधार बताया। आढ़तियों ने कहा कि गोहाना मंडी में तो दूसरी मंडियों से भी अधिक भाव मिलते हैं। दूसरी तरफ किसान रामफल, सतीश, अशोक व आनंद ने कहा कि इस तरह से अचानक खरीद बंद करना गलत है। अगर आढ़तियों ने खरीद को बंद करना था तब पूर्व में सूचना देनी चाहिए। किसानों ने कहा कि धान की बोरियों का तो रात के समय उठान किया जाता है।  

आढ़तियों का अचानक खरीद बंद करने का फैसला गलत है। अगर खरीद बंद करनी थी, तब पूर्व में सूचना देनी चाहिए। अब धान की फसल में अचानक तेजी आए जाएगी और फिर से वहीं समस्या बन जाएगी।

रमामहेर, किसान, घड़वाल आढ़तियों ने अपने स्तर पर धान की खरीद को बंद किया है। प्रशासन द्वारा पीआर धान की खरीद की जा रही है। जो किसान पीआर धान लेकर आएगी उसकी खरीद की जाएगी। धान की दूसरी किस्में व्यापारी खरीदते हैं।

संदीप लोहान, सचिव, मार्केट कमेटी, गोहाना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.