शक्तियां छीनी तो प्रदेश भर के चेयरमैन पार्षदों के साथ देंगे इस्तीफे
प्रदेश की नगर पालिकाओं (नपा) और नगर परिषदों (नप) के चेयरमैनों ने कहा कि अगर उनकी शक्तियां छीन कर लेखाकारों को दी गई तब वे उप चेयरमैनों और पार्षदों के साथ सीएम मनोहर लाल को अपने इस्तीफे सौंप देंगे। चेयरमैनों ने सरकार से शहरों में विकास कराने के लिए उनकी शक्तियां ग्राम पंचायतों के सरपंचों के बराबर करने की मांग की। इन मांगों को लेकर प्रदेश भर की नप और नपा के चेयरमैन गोहाना पहुंचे और बैठक की
जागरण संवाददाता, गोहाना (सोनीपत) : प्रदेश की नगर पालिकाओं (नपा) और नगर परिषदों (नप) के चेयरमैनों ने कहा कि अगर उनकी शक्तियां छीनकर लेखाकारों को दी गई तो वे उप चेयरमैनों और पार्षदों के साथ सीएम मनोहर लाल को अपने इस्तीफे सौंप देंगे। चेयरमैनों ने सरकार से शहरों में विकास कराने के लिए उनकी शक्तियां ग्राम पंचायतों के सरपंचों के बराबर करने की मांग की। इन मांगों को लेकर प्रदेश भर की नप और नपा के चेयरमैन गोहाना पहुंचे और बैठक की।
चेयरमैन और चेयरपर्सन राज्य सरकार के इस प्रस्ताव से नाराज हैं कि उनसे डीडी पावर छीनकर वरिष्ठ लेखाकारों को सौंप दी जाएंगी। यह बदलाव वर्ष 1930 में बने एक्ट में करने की है। चेयरमैन इस बात से भी नाराज हैं कि सरपंचों को गांवों में विकास के लिए 20 लाख रुपये खर्च करने का अधिकार है, तो उनके लिए केवल 10 हजार रुपये का है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी डीडी पावर छीनी गई, तब वे उप चेयरमैनों व पार्षदों के साथ इस्तीफे दे देंगे और कार्यालयों पर ताले जड़ देंगे।
बैठक की अध्यक्षता गोहाना नप की चेयरपर्सन रजनी विरमानी ने की। विरमानी ने कहा कि सरकार चेयरमैन की शक्तियों को बढ़ाने की बजाय उनमें कटौती कर रही है। बैठक में पहुंचे प्रतिनिधियों ने कहा कि उनके कार्यालयों के संबंध में मुख्यालय से होने वाले पत्राचार सीधे अधिकारियों से न होकर उनसे होने चाहिए। अधिकारी चेयरमैन और चेयरपर्सन को जरूरी जानकारी तक नहीं देते और वे जमीनी स्तर पर काम करने से बचते हैं, जिससे सरकार की बदनामी होती है। बैठक में नप चेयरपर्सन व चेयरमैन की प्रदेश स्तर पर एसोसिएशन का गठन किया गया। एसोसिएशन में रजनी विरमानी को प्रदेशाध्यक्ष, गुड्डी राणा को महासचिव, अमनदीप कौर को सचिव, संजय छपारिया को उपाध्यक्ष एवं दर्शन नागपाल को कोषाध्यक्ष बनाया गया।