नप के डंपिग प्वाइंट पर कल से होगा कचरे का निस्तारण
गांव ठसका स्थित नगर परिषद के डंपिग प्वाइंट पर बने कचरे के पहाड़ से लोगों को जल्द निजात मिलेगी। नगर परिषद द्वारा अनुबंधित एजेंसी ने डंपिग प्वाइंट पर मशीन लगा दी हैं और सोमवार से कचरे का निस्तारण शुरू किया जाएगा। एजेंसी एक साल में डंपिग प्वाइंट को खाली करेगी।
जागरण संवाददाता, गोहाना : गांव ठसका स्थित नगर परिषद के डंपिग प्वाइंट पर बने कचरे के पहाड़ से लोगों को जल्द निजात मिलेगी। नगर परिषद द्वारा अनुबंधित एजेंसी ने डंपिग प्वाइंट पर मशीन लगा दी हैं और सोमवार से कचरे का निस्तारण शुरू किया जाएगा। एजेंसी एक साल में डंपिग प्वाइंट को खाली करेगी।
नगर परिषद ने एजेंसी के साथ प्रति टन कचरे के निस्तारण पर 630 रुपये के हिसाब से भुगतान का अनुबंध किया है। डंपिग प्वाइंट पर करीब 42 हजार मीट्रिक टन कचरा जमा है। यहां पर कचरे का पहाड़ बन चुका है। एजेंसी ने कचरे के निस्तारण के लिए मशीनें लगा दी हैं और बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया हुआ है। जब तक एजेंसी को बिजली का कनेक्शन नहीं मिलता है तब तक जनरेटर से कचरे का निस्तारण किया जाएगा। नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि सोमवार से कचरे का निस्तारण शुरू करवा दिया जाएगा। एजेंसी को एक साल के भीतर कचरे का निस्तारण करना होगा। एजेंसी को डंपिग प्वाइंट को पूरी तरह से खाली करना होगा। डंपिग प्वाइंट खाली होने से गांव ठसका, गुढ़ा और शहर के लोगों को कचरे से आने वाली बदबू से राहत मिलेगी। शहर से रोजाना निकलता है 28 टन कचरा
नगर परिषद द्वारा शहर में घर-घर से कचरा एकत्रित करवाया जाता है। इसके अलावा सड़कों व गलियों की सफाई के दौरान भी कचरा एकत्रित किया जाता है। शहर से रोजाना 28 टन कचरा निकलता है। कचरे को गांव ठसका स्थित डंपिग प्वाइंट पर डाला जाता है।
डंपिग प्वाइंट पर कचरा डालने की जगह नहीं बची थी। एजेंसी को डंपिग प्वाइंट से पूरा कचरा हटाना होगा। तब तक कचरा डालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करवा दी गई है।
- राजेश वर्मा, ईओ नगर परिषद, गोहाना