कोविड हेल्थ सेंटरों और अस्पतालों में मरीज नहीं बढ़ने से नहीं बढ़ा बायो मेडिकल वेस्ट
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण जिले के विशेष कोविड हेल्थ सेंटरों और नागरिक अस्पतालों में बायो मेडिकल वेस्ट पर कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है।
जागरण टीम, सोनीपत: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण जिले के विशेष कोविड हेल्थ सेंटरों और नागरिक अस्पतालों में बायो मेडिकल वेस्ट पर कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। इनमें संक्रमित मरीजों, चिकित्सक और अन्य कर्मचारियों के संसाधनों के प्रयोग से ही मेडिकल वेस्ट हो रहा है। इसके प्रबंधन को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के सेंटरों में प्रबंधन सुस्त है तो शहरी में बेहतर प्रबंधन किए गए हैं। चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि सामान्य मरीजों की संख्या कम होने के कारण बायो मेडिकल वेस्ट में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
ओपीडी बंद होने से कचरा भी नहीं बढ़ा:गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज के अस्पताल को विशेष कोविड अस्पताल घोषित किए जाने के बाद यहां सामान्य ओपीडी बंद कर दी गई थी। करीब 20 दिन पहले दोबारा ओपीडी शुरू की गई है। यहां रोजाना करीब डेढ़ सौ व्यक्तियों की सामान्य ओपीडी होती है और कोरोना संक्रमित रोगियों का उपचार चल रहा है। कोरोना महामारी से पहले इस अस्पताल में रोजाना करीब 16 सौ मरीज उपचार के लिए पहुंचते थे। मरीजों की संख्या घटने से इस अस्पताल में बायो-मेडिकल वेस्ट पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। दूसरी तरफ, गांवों में अब तक प्रशासन ने बायो-मेडिकल वेस्ट के प्रबंध की ठोस व्यवस्था नहीं की है। हालांकि गांवों में अब तक बायो-मेडिकल वेस्ट के ढेर लगने की कहीं समस्या सामने नहीं आई है।
गोहाना के अस्पताल में सिर्फ दो किलो बढ़ा बायो मेडिकल वेस्ट: स्वास्थ्य विभाग द्वारा गोहाना के नागरिक अस्पताल में कोरोना के सैंपल लेने और रैपिड टेस्ट की सुविधा शुरू की गई है। टेस्ट करने के लिए टीम को पीपीई किट पहननी पड़ती है। टीम को संक्रमण से बचने के लिए पीपीई किट पहनने के साथ मास्क व दस्ताने भी लगाने पड़ते हैं। इस अस्पताल में पहले औसतन रोजाना करीब दस किलो मेडिकल व सामान्य वेस्ट एकत्रित होता था। कोरोना टेस्ट व सैंपल शुरू होने के बाद यहां पर करीब दो किलो कचरा जरूर बढ़ गया है। पीपीई किट, दस्तानों व मास्कों के वेस्ट को अलग एकत्रित किया जाता है। उस वेस्ट को जींद स्थित एजेंसी की तरफ से आने वाली टीम को अलग सौंपा जाता है।
जिला नागरिक अस्पताल में अलग से हो रहा कचरे का प्रबंधन: सोनीपत में बहालगढ़ रोड स्थित जिला नागरिक अस्पताल में सामान्य दिनों में 120 किलो बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण होता था, लेकिन इससे विशेष कोविड सेंटर बनाने के बाद यह 80-95 किलो ही रह गया है। सामान्य मरीजों की संख्या बहुत कम हो गई है। केवल यहां संक्रमित मरीजों, चिकित्सक व अन्य कर्मचारी पीपीई किट, दस्ताने व अन्य संसाधनों का प्रयोग कर रहें, जिससे मेडिकल वेस्ट में कमी आई है। इसके अलावा वेस्ट का निस्तारण करने में कर्मचारी भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। लगातार वे मेडिकल वेस्ट को एकत्रित कर डस्टबिन में डाल रहे हैं। जिला नागरिक अस्पताल में सामान्य मरीजों की कमी के कारण बायो मेडिकल वेस्ट में कमी आई है। फिर भी कोरोना संक्रमण को लेकर अलग से मेडिकल वेस्ट का निस्तारण किया जा रहा है। इसके लिए जींद की एक निजी कंपनी कार्य कर रही है। कर्मचारी भी इसमें बेहतर कार्य कर रहे हैं। प्रबंधन की ओर से भी इस पर विशेष निगरानी की जा रही है, ताकि कोई लापरवाही न हो।
- नवीन दहिया, क्वालिटी मैनेजर, नागरिक अस्पताल, सोनीपत