टैक्स चोरी कर माल लाने वालों पर लगा 4.24 करोड़ रुपये जुर्माना
कोरोना संक्रमण के बीच टीमों ने सितंबर में सबसे अधिक एक करोड़ 1 लाख 14 हजार अक्टूबर में 93 लाख नवंबर में 73 लाख और 80 लाख रुपये का जुर्माना वसूला है।
जागरण संवाददाता, सोनीपत :
जिले में ई-वे बिल का पालन न कर टैक्स चोरी करके माल लाने वालों पर आबकारी एवं कराधान विभाग ने सख्ती से पेश आने का मन बनाया है। विभागीय अधिकारियों ने जहां ई-वे बिल का पालन कराने के लिए टीमों का गठन कर चेकिग बढ़ाई है, वहीं पिछले नौ महीने में टैक्स चोरी करने वालों से 4.24 करोड़ रुपये जुर्माना भी वसूला है। अधिकारियों ने सितंबर में सबसे अधिक एक करोड़ रुपये जुर्माना लगाया है।
केंद्र सरकार ने देशभर में ई-वे बिल अप्रैल, 2018 में लागू किया था। गुड्स एवं सर्विस टैक्स (जीएसटी) प्रणाली के अंतर्गत यह इलेक्ट्रानिक बिल कंप्यूटर पर तैयार होता है। साथ ही किसी माल को एक से दूसरी जगह पर भेजने के लिए उसका आनलाइन बिल भी तैयार करना होता है। ई-वे बिल का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के लिए आबकारी एंव कराधान विभाग के स्थानीय अधिकारियों की जिले में अलग-अलग टीमें भी गठित की गई हैं । इनमें एक एटीओ के नेतृत्व में आठ ईटीओ व अन्य अधिकारी शामिल हैं। इन टीमों ने वर्ष-2020 में अप्रैल माह से दिसंबर तक ई-वे बिल का पालन न कर टैक्स चोरी करके माल लाने वालों से 4.24 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला है। कोरोना संक्रमण के बीच टीमों ने सितंबर में सबसे अधिक एक करोड़ 1 लाख 14 हजार, अक्टूबर में 93 लाख, नवंबर में 73 लाख और 80 लाख रुपये का जुर्माना वसूला है। सेल टैक्स इंस्पेक्टर अनिल गुप्ता के अनुसार माल लाने वाले वाहनों में ई-वे बिल, वजन में अंतर यानि बिल पर कम वजन अंकित होती है, जबकि वास्तव में अधिक वजन होता है। यह टैक्स बचाने के लिए किया जाता है। ऐसे लोगों से जुर्माने के रूप में टैक्स वसूला जा रहा।
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टीमें लगातार चेकिग कर रही हैं। नियमों को ताक पर रखने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। डीईटीसी की ओर से मिले आदेशों का पूर्ण रूप पालन किया जा रहा है।
- संगीता डबास, जीएसटी नोडल अधिकारी, सोनीपत।
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नियमों को न मानने वालों से टैक्स वसूला जा रहा है। इसके लिए गठित टीमें बधाई के पात्र हैं, क्योंकि कोरोन काल के बावजूद टीमों ने टैक्स क्लेकश्न में सराहनीय काम कर राजस्व को बढ़ाया है। ट्रांसपोर्टरों से भी अनुरोध है कि वे ई-वे बिल के सभी नियमों का पालन करें।
-डा. सुरेंद्र लाठर, डीईटीसी, सोनीपत।