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कला के क्षेत्र में 34 साल की उपलब्धियों को मिला सम्मान

अपने शहर और प्रदेश में अच्छे कला अध्यापक और एक बेहतरीन कलाकार के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुके नरेश आकाश अब वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुके हैं। कला के क्षेत्र में उनकी 34 साल की उपलब्धियों का सम्मान करते हुए व‌र्ल्ड बुक आफ रिका‌र्ड्स लंदन में उनका नाम दर्ज हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 10:37 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 10:37 PM (IST)
कला के क्षेत्र में 34 साल की उपलब्धियों को मिला सम्मान
कला के क्षेत्र में 34 साल की उपलब्धियों को मिला सम्मान

जागरण संवाददाता, सोनीपत : अपने शहर और प्रदेश में अच्छे कला अध्यापक और एक बेहतरीन कलाकार के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुके नरेश आकाश अब वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुके हैं। कला के क्षेत्र में उनकी 34 साल की उपलब्धियों का सम्मान करते हुए व‌र्ल्ड बुक आफ रिका‌र्ड्स, लंदन में उनका नाम दर्ज हुआ है। यह शहर के साथ-साथ प्रदेश और देश के लिए भी गर्व करने का मौका है। राजकीय उच्च विद्यालय जाहरी के कला अध्यापक नरेश आकाश इसे अपने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए इसके पीछे अपने विद्यार्थियों का ही योगदान मानते हैं। उनका कहना है कि विद्यार्थी ही उनकी प्रेरणा हैं और उन्होंने तराश कर उन्हें एक अच्छा शिक्षक बनाया है।

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शहर के सेक्टर-23 में रहने वाले नरेश आकाश का कहना है कि रोहतक के गांव गद्दी खेड़ी में पढ़ाई के दौरान उन्हें कला में बेहतर कार्य के बावजूद 150 में से मात्र 92 अंक मिले थे। कई बार प्रयास के बाद भी ज्यादा अंक नहीं मिल पाए। यह सोचकर संतोष कर लिया कि शायद उनके अंदर ही कुछ कमियां रही होंगी। बाद में जब कला अध्यापक बने तो यह बात याद रही और अपने विद्यार्थियों में उन्हीं कमियों को खोजकर उसे दूर करने का प्रयास शुरू कर दिया। इसमें विद्यार्थियों का भरपूर सहयोग किया। उन्हीं की प्ररेणा से ड्राइंग के बच्चों के लिए तीन पुस्तकें भी लिखी, जिन्हें पढ़कर कई बच्चों ने फाइन आर्ट में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त किए। अपनी सफलता और उपलब्धियों में धर्मपत्नी सरिता आकाश के योगदान को भी वे नहीं भूलते। उन्होंने कहा कि पत्नी ने मुश्किल वक्त में हमेशा हौसला बनाए रखा। कला अध्यापक के रूप में ही शहर में पहचान बनाने वाले नरेश कहते हैं कि सेवानिवृत्ति के बाद भारतीय सभ्यता, कला व संस्कृति के संरक्षण व उत्थान के लिए देशभर में जन जागृति अभियान चलाएंगे। अभिभावकों व बच्चों को इसके प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कला क्षेत्र में रोजगार के कई स्वर्णिम अवसर हैं, जरूरत हैं बच्चों व अभिभावकों इसके प्रति जागरूक करने की। शिक्षक, कलाकार और लेखक के रूप मिली ख्याति

नरेश आकाश बताते हैं कि उन्होंने व‌र्ल्ड बुक आफ रिका‌र्ड्स, लंदन के लिए करीब ढाई महीने पहले आवेदन किया था। इसके बाद व‌र्ल्ड बुक की तरफ से 34 वर्षों के शैक्षणिक काल के दौरान बतौर शिक्षक, कलाकार और लेखक के रूप में अर्जित उपलब्धियां और उनके प्रमाण मांगे थे। भेजने के बाद सभी प्रमाणों की जांच की गई। प्रमाण ठीक पाए जाने पर करीब एक सप्ताह पहले आनलाइन इंटरव्यू लिया गया और फिर 19 जनवरी को व‌र्ल्ड बुक आफ रिका‌र्ड्स की ओर से कंफर्मेशन लेटर जारी किया। उन्होंने बताया कि अवार्ड देने के लिए जल्द ही एक डेलिगेशन आएगा और वह बुक सौंपेगा, जिसमें दुनिया भर से एकत्रित उपलब्धियों सहित उनकी उपलब्धियां भी दर्ज होंगी।

नरेश आकाश की उपलब्धियां :

- 2006 : विशिष्ट समाज सेवी सद्भावना अवार्ड से सम्मानित।

- 2007 : राष्ट्र निर्माता शिक्षक सम्मान।

- 2016 : शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए शिक्षा मंत्री ने सम्मानित।

- 2016 : डीजीपी हरियाणा द्वारा टोप टेन पर्सनैलिटी अवार्ड से सम्मानित।

- 2017 : सामाजिक कार्यों के लिए योद्धा सम्मान।

- 2018 : हरियाणा गौरव सम्मान।

- 2018 : बेस्ट आफ द बेस्ट नेशनल अवार्ड।

- 2019 : कलाश्री शिक्षक सम्मान।

- 2020 : कोविड-19 के दौरान बेहतर कार्य करने पर आचार्य देवो भव: अवार्ड।

- शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश भर में सबसे बेहतर परिणाम देने पर कई बार प्रशंसा पत्र से सम्मान।


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