युवा स्वयं नशा छोड़ने के साथ दूसरों को प्रेरित करने लगे तभी बनेगा स्वस्थ समाज : निताशा
नशा समाज को लगातार खोखला करता जा रहा है। इसके चलते जहां नशा कर
संवाद सहयोगी, ऐलनाबाद : नशा समाज को लगातार खोखला करता जा रहा है। इसके चलते जहां नशा करने वाले का जीवन बर्बाद हो जाता है, वहीं उसका परिवार भी बिखर जाता है। समाज से लेकर राष्ट्र तक प्रभावित होते हैं। यह बात भारतीय नारी शक्ति मंच की अध्यक्ष निताशा राकेश सिहाग ने कही। वे गांव मिर्जापुर के राजकीय स्कूल में विद्यार्थियों को संबोधित कर रही थी। मंच की ओर से नशा उन्मूलन व महिला सशक्तिकरण को लेकर आयोजित जागरूकता सेमिनार में योग शिक्षिका गीता बैनीवाल, ब्रह्मकुमारी बहन रेखा, डा. संदीप जिदल, डा. राजगोपाल, डा. गंगाधर, समाजसेवी सिलोचना वर्मा व बंसीलाल छाबड़ा ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। सेमिनार में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रण दिलाया गया।
निताशा ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी जब स्वयं नशे से दूर होगी और अन्य लोगों को जागरूक करने में जुट जाएगी तब स्वस्थ समाज के निर्माण का संकल्प अवश्य पूरा होगा। डा. गंगाधर ने कहा कि नशा करने से व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर हो जाता है। उसकी सोचने समझने की ताकत खत्म हो जाती है। आज के युग में नशा भी तेजी से अपने पांव पसार रहा है जो बेहद चितनीय है। ब्रह्मकुमारी रेखा ने अपने संबोधन में कहा कि मानव जीवन बहुत ही निर्मल होता है। मानव जीवन में सात्विकता, सज्जनता, उदारता और चरित्र का उत्कर्ष होता है। वह खुद का ही नहीं बल्कि अपने संपर्क में आने वाले का भी उद्धार करता है। इसके विरुद्ध तामसी वृत्तियां मनुष्य को पतनोन्मुखी करती हैं उनका मजाक करती हैं। एक पतनोन्मुख व्यक्ति समाज और राष्ट्र के लिए भी बहुत ही घातक सिद्ध होता है। इसलिए समाज सुधारक और धार्मिक नेता समय-समय पर दुष्प्रवृत्तियों की निदा करते हैं और उन से बचने के लिए भी प्रेरणा देते हैं। नशा सब बुराईयों की जड़ होते हैं। मुख्याध्यापक जयप्रकाश ने भी विचार रखे।