हड़ताल के खिलाफ कोर्ट गया विवि प्रशासन
जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के दो कर्मचारियों द्वारा आमरण अनशन व एसोि
जागरण संवाददाता, सिरसा : चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के दो कर्मचारियों द्वारा आमरण अनशन व एसोसिएशन द्वारा की जा रही हड़ताल के बीच गुरुवार को विश्वविद्यालय प्रशासन कोर्ट में चला गया है। प्रशासन की ओर से एक याचिका न्यायिक दंडाधिकारी सचिन त्यागी की अदालत में दायर की है। अदालत ने पांच को नामित कर सम्मन जारी कर दिया है और अगली सुनवाई 27 मार्च को रखी है।
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से दायर की गई याचिका में कहा गया है कि 6 मार्च में विवि की नान टी¨चग व आउट सोर्सिंग एंप्लाइज एसोसिएशन हड़ताल कर रही है। धरना प्रदर्शन किया जा रहा है जो कि विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ है और अवैध गतिविधि हैं। विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया है कि हड़ताल के कारण विवि का कार्य प्रभावित हो रहा है। इस विश्वविद्यालय से 58 कालेज जुड़े हुए हैं और 22 विभाग काम कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने हड़ताल से पूर्व दिए गए नोटिस इत्यादि का भी उल्लेख याचिका में किया है। अदालत की ओर से इस मामले में एंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन, आउट सोर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन के अलावा रमेश हंस, महेंद्र बैनीवाल व एक अन्य महिला को सम्मन जारी किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कैंपस से 200 मीटर में धरने प्रदर्शन को हटाने की भी मांग की है।
अनशनकारी कर्मियों की हालत गंभीर, कुलसचिव अस्पताल पहुंचे
मांगों को मनवाने के लिए दो कर्मचारी हड़ताल पर हैं। श्रवण व देवीलाल दोनों को ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. असीम मिगलानी व प्रो. सुरेश गहलावत मामले के समाधान के लिए पहुंचे। यहां कुलसचिव ने दोनों का हालचाल जाना और हड़ताल के संबंध में एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बातचीत की। रजिस्ट्रार ने कहा कि इस मामले का बैठकर समाधान निकाला जाना चाहिए। डा. सुरेश गहलावत ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन व कर्मचारियों को मिल बैठकर समाधान ढूंढना चाहिए।
मैं आज भी कर्मचारियों से मिला था। बातचीत हुई। जो मांगें रजिस्ट्रार स्तर की है वे उन्हें बता दें। वाइस चांसलर के मामले में बात वाइस चांसलर से ही की जा सकती है। उनके स्तर पर जो मांगें हैं उन्हें पूरा करने की बात कुलपति ही कर सकते हैं। मेरा मकसद सौहार्दपूर्ण ढंग से समाधान ढूंढने का है।
डा. असीम मिगलानी
रजिस्ट्रार, सीडीएलयू
वीसी चाहे तो निपट सकता है मामला
विश्वविद्यालय के कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कर्मचारी मांगों का समाधान चाहते हैं। विवि प्रशासन को इस मामले को जल्द निपटाना चाहिए न कि कर्मचारियों को दबाने के लिए दूसरे हथकंडे अपनाए जाएं। विश्वविद्यालय के कुलपति को मांगें मानने के लिए आगे आना चाहिए।
महेंद्र बैनीवाल
पूर्व प्रधान, नान टी¨चग एसोसिएशन
किसी भी ब्रांच में नहीं हो रहा काम
कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद किसी भी ब्रांच में कोई कार्य नहीं हो पा रहा है। सभी ब्रांचे बंद पड़ी है और इसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है।कई दिन से चल रही हड़ताल के कारण विश्वविद्यालय में कोई भी कार्य सुचारु रूप से नहीं हो पा रहा है।
जूस पिलाकर छात्र का तुड़वाया अनशन
जागरण संवाददाता, सिरसा :
एंप्लाईज वेल्फेयर एसोसिएशन व आउटसोर्सिंग एंप्लाईज वेल्फेयर एसोसिएशन के बैनर तले धरने पर बैठे छात्र अमित का अनशन विद्यार्थियों ने अस्पताल में जूस पिलाकर तुड़वा दिया। हालांकि दो अनशनकारी कर्मचारियों का अभी भी नागरिक अस्पताल में उपचार चल रहा है। जिनमें अनशनकारी देवीलाल व श्रवण कुमार मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि अगर विवि प्रशासन लिखित में आश्वासन देता है तो वे हड़ताल समाप्त करेंगे अन्यथा उनका संघर्ष जारी रहेगा। यूनियन के प्रधान बजरंग लाल ने बताया कि 18 दिन से हड़ताल जारी है, लेकिन कुलपति कर्मचारियों की मांगों से भाग रहे है। इस मौके पर रमेश हंस, कृष्ण यादव, महेन्द्र बेनीवाल, ज्योति, सुरेन्द्र दलाल, कुलदीप गहलावत व मुरलीधर सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।