तीसरी आंख से पहरेदारी का फिर अटका प्रोजेक्ट, कमेटी ने पुलिस को लौटा दी फाइल
शहर में सुरक्षा की दृष्टि से कैमरे लगाए जाने का प्रोजेक्ट सिरे नह
जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर में सुरक्षा की दृष्टि से कैमरे लगाए जाने का प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ रहा है। सांसद निधि कोष से 49 लाख 73 हजार से अधिक की राशि से कैमरे लगवाए जाने के लिए गठित कमेटी ने फाइल फिर से पुलिस को भेज दी है। अब कैमरे खरीदने और उन्हें लगाए जान की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन की होगी। सिविल प्रशासन ने चंडीगढ़ मुख्यालय से आए एक पत्र का हवाला देते हुए मूल रूप से ही फाइल पुलिस को लौटा दी है।
शहर में बढ़े अपराध के बाद चार साल से मांग उठ रही थी। इसके बाद भी कैमरे नहीं लगे लेकिन कुछ समय पूर्व तत्कालीन एसपी हामिद अख्तर ने कैमरे लगवाए जाने के पहले से चल रहे प्रोजेक्ट में जनसंगठनों से सहयोग मांगा। तब पूरे शहर में सर्वे किया गया जिसमें 60 स्थानों पर कैमरे लगाए जाने जरूरी समझे गए। 60 स्थानों पर 218 कैमरे लगाए जाने थे। इसी दौरान सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी सांसद निधि कोटे से 49 लाख 70 हजार रुपये की राशि का चेक एडीसी के माध्यम से पुलिस को भेज दिया। एसपी ने डीसी को लौटा दी थी फाइल
सिरसा के पुलिस अधीक्षक ने सांसद निधि से आए बजट से कैमरे खरीदने में पूर्ण पारदर्शिता के लिए फाइल को डीसी आफिस भेज दिया। साथ ही यह टिप्पणी की कैमरे सिविल प्रशासन खरीदे और उसकी देखरेख के लिए बजट की व्यवस्था हो। इसके बाद इन कैमरों को पुलिस के हवाले किया जा सकता है। डीसी ने एसडीएम की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी बना दी गई जिसमें डीएसपी को शामिल कर लिया गया। इस कमेटी की कई बैठकें हुई लेकिन कैमरे खरीद पर कोई सैद्धांतिक फैसला नहीं हो सका। :::::कैमरों की खरीद का कार्य पुलिस करेगी। शहर में कैमरे लगाए जाने को लेकर चंडीगढ़ में उच्च स्तर पर हुई बैठक में पूरे प्रदेश में कैमरे लगाने और खरीदने की पूरी जिम्मेवारी पुलिस विभाग को दे दी है इसलिए यहां भी पुलिस विभाग को मूल फाइल भेज दी गई है।
जयवीर यादव, एसडीएम, सिरसा कुल स्थान : 60
कैमरे लगाए जाने : 218
बजट आवंटित : 49 लाख 70 हजार