Move to Jagran APP

बस स्टैंड के बाहर बने शौचालय की टूटी पड़ी हैं सीटें और टाइलें

सिरसा : शहर में शौचालयों का हाल बेहद ही खराब है। कहीं शौचालयों मे

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Jan 2019 12:27 AM (IST)Updated: Mon, 07 Jan 2019 12:27 AM (IST)
बस स्टैंड के बाहर बने शौचालय की टूटी पड़ी हैं सीटें और टाइलें
बस स्टैंड के बाहर बने शौचालय की टूटी पड़ी हैं सीटें और टाइलें

जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर में शौचालयों का हाल बेहद ही खराब है। कहीं शौचालयों में सफाई नहीं है तो कहीं से सीटे भी टूटी हुई हैं। यह हाल है बस स्टैंड के बाहर बने सार्वजनिक शौचालय का। शौचालय पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और अंदर बनी सीटें और गेटों का भी हाल बेहद खराब है। ऐसे में लोगों को इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है।

loksabha election banner

बस स्टैंड पर दिनभर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में बाहर बने शौचालय का इस्तेमाल लोग अधिक करते हैं। शौचालय में सीटें पूरी तरह से टूटी हुई है। ऐसे में देखभाल करने वाले को सफाई करने में परेशानी होती है। वैसे तो बस स्टैंड में तीन शौचालय बनाए गए है। जिनका लोग लाभ उठाते है लेकिन बाहर बने शौचालय का हाल कुछ खास नहीं है। बाहर के शौचालय भी जर्जर हो चुका है। जिसके कारण कभी भी हादसा हो सकता है। वहीं देखभाल करने वाले व्यक्ति ने इससे पहले भी कई बार शौचालय की मरमत करवाने के लिए शिकायत दी है लेकिन शिकायत का कोई निपटारा नहीं हो पा रहा। देखरेख करने वाले व्यक्ति को भी आटो चालक देते हैं पैसे

शौचालय की देखभाल करने वाले व्यक्ति को भी नगर परिषद ठेकेदार के द्वारा तैनात किया गया था। लेकिन पिछले लंबे समय से उसको भी वेतन नहीं दिया गया। ऐसे में आटो चालक पैसे इकट्ठे करके देखभाल करने वाले व्यक्ति को भुगतान करते है। जबकि शौचालय में कोई भी समस्या और मोटर खराबी जैसी कोई समस्या आती है तो वह अपने वेतन से पैसे देकर कार्य को करवाता है। शौचालय के सामने भी जमा रहता है पानी

शौचालय के सामने आटो चालक स्टैंड बना हुआ है और जगह काफी नीचे है। ऐसे में बारिश के दिनों में यहां पानी इकट्ठा हो जाता है जिसके कारण शौच करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां से पानी निकालने के लिए आटो चालक भी प्रयास करते हैं। बॉक्स..

शौचालय की सभी टाइलें और सीटें टूटी हुई हैं। ऐसे में सफाई करने में भी भारी परेशानी होती है और पानी का भी अधिक इस्तेमाल करना पड़ता है। कई बार अधिकारियों को शिकायत दे चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

भूपेंद्र ¨सह, देखरेख कर्मचारी

----------

शौचालय भी पूरी तरह से जर्जर है। ऐसे में कोई भी हादसा हो सकता है। सफाई कर्मचारी इसके लिए कई बार कह चुका है लेकिन समस्या का हल नहीं पा रहा।

पदम, आटो चालक

-------

शौचालय में सफाई तो है लेकिन शौचालय के गेटों की हालत बेहद खराब है। कई गेट पूरी तरह से खराब हो चुके हैं। शौचालय के गेटों की कुंडी भी खराब है।

राजू, आमजन

--------

शौचालय के सामने भी काफी जगह नीची है। ऐसे में बारिश के दिनों में यहां पानी भरा रहता है। बारिश के दिनों में शौचालय तक पहुंचने के लिए भी भारी मशक्कत करनी पड़ती है।

राजवीर ¨सह, आमजन

------

शौचालय के सामने अगर जगह को ऊंचा कर दिया जाए तो कई प्रकार की समस्याएं हल हो सकती है। बारिश का पानी यहां जमा नहीं हो सकेगा।

गौरव, आटो चालक

--------

बेसहारा जानवरों की भी यहां पर भारी समस्या रहती है। शाम होते ही यहां पर बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। जिसके कारण शौचालय में जाने में भी डर लगता है।

बल¨वद्र ¨सह, आमजन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.