स्वच्छता को लेकर बुलाई बैठक, पार्षद बोले- ईओ और उपप्रधान ही नहीं पहुंचे, कैसे होंगे काम
शहर की स्वच्छता को लेकर अधिकारी व पार्षद कितना गंभीर है इसका
जागरण संवाददाता, सिरसा : शहर की स्वच्छता को लेकर अधिकारी व पार्षद कितना गंभीर है इसका सहज अंदाजा सोमवार को नगर परिषद कार्यालय में आयोजित बैठक में लग गया। मुख्यमंत्री सुशासन सहायिका सुकन्या जर्नादन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सफाई निरीक्षक अविनाश सिगला के अलावा पार्षद कोशल्या वर्मा, विकास जैन, विकास गुर्जर, जगजीत सिंह के अलावा प्रतिनिधि अमित सोनी, गोपीराम, लक्की डाबर मौजूद रहे। बैठक में कार्यकारी अधिकारी व कार्यकारी प्रधान के गैरहाजिर रहने पर पार्षदों ने मुद्दा उठाया। पार्षद विकास जैन ने कहा कि जब बैठक में ईओ व प्रधान ही नहीं पहुंचे तो काम होने की उम्मीद क्या कर सकते हैं। 30 पार्षदों में से मात्र सात ही भाग ले रहे हैं ऐसे में स्वच्छता अभियान कैसे सिरे चढ़ेगा।
---------- पार्षदों ने मुख्यमंत्री सुशासन सहायिका के समक्ष बकरियांवाली कचरा प्रबंधन प्लांट का मुद्दा भी रखा और वहां अनेक अनियमितताएं होने की बात कही। जिसके बाद सुशासन सहायिका व मुख्य सफाई निरीक्षक ने बकरियांवाली प्लांट का निरीक्षण किया। हालांकि सफाई निरीक्षक का कहना है कि प्लांट का दौरा किया था।
-------------- बैठक में निर्णय लिया गया कि त्योहारी सीजन को देखते हुए रविवार को भी बाजारों में सफाई करवाई जाए। आगजनी जैसे संभावित खतरे को देखते हुए शहर के मुख्य प्वाइंटों पर दमकल गाड़ियां तैनात हो ताकि तुरंत मौके पर पहुंचा जा सके। पार्षदों ने अतिरिक्त सफाई कर्मचारी भर्ती करने की मांग की। इसके अलावा बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान, डंपिग प्वाइंट हटाने इत्यादि मुद्दों पर चर्चा हुई।
------------ शहर को साफ सुथरा रखने के लिए नगर परिषद द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल ने कार्यभार संभालने के बाद शहर में लगातार स्वच्छता अभियान चलाए है। परंतु इन अभियानों में बहुत कम पार्षद ही दिखाई दिये है। नगर आयुक्त स्वयं मानती है जब तक शहरवासी खुद जागरूक नहीं होंगे तब तक शहर को साफ सुथरा नहीं बनाया जा सकता। सफाई अभियानों से शहर साफ नहीं होते बल्कि लोगों को स्वच्छता अपनाने का संदेश दिया जाता है। हालांकि वे भी स्वीकारती है कि स्टॉफ की कमी है।