महर्षि वाल्मीकि के जीवन से लें प्रेरणा : तस्नीम
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर पंचायत भवन में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम
जागरण संवाददाता, सिरसा :
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर पंचायत भवन में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त आम्रा तस्नीम ने बतौर मुख्य अतिथि तथा एसडीएम राहुल हुड्डा ने विशिष्ट अतिथि शिरकत की। अतिरिक्त उपायुक्त ने शिक्षा एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं व अन्य क्षेत्रों में अव्वल आने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
एडीसी आम्रा तस्नीम ने कहा कि भारत ऋषि मुनियों, महापुरुषों एवं विचारकों का देश है जिन्होंने दुनिया व देश को नई राह दिखाई है। महर्षि वाल्मीकि के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। महर्षि ने बिना भेदभाव के सबको बराबर की शिक्षा दी। इस अवसर पर चिमन भारतीय, रणबीर टांक और शुभकरण शर्मा ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डाला और लोगों को उनकी शिक्षाएं ग्रहण करने का आग्रह किया। छात्र आलोक, सिमरन, साधिका ने भी अपने भाषण के माध्यम से महर्षि वाल्मीकि के जीवन चरित्र पर और उनके द्वारा मानव जाति को दिखाए गए मार्ग व शिक्षाओं बारे जनसमुदाय को प्रेरित किया। इस मौके पर डीडीपीओ प्रीतपाल ¨सह, जिला कल्याण अधिकारी सुशील कुमार शर्मा, ईओ एमसी वीरेंद्र सहारण, सहायक परियोजना अधिकारी शशी सचदेवा, सीडीपीओ सूची बजाज उपस्थित थे।
महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की जो आज विर्श्व प्रसिद्ध है। विर्श्व का ऐसा कोई भी देश नहीं है जिन्हें रामायण की जानकारी न हो। महर्षि वाल्मीकि को किसी समाज विशेष से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि वे एक महान ऋषि थे। यह बात हलोपा नेता निर्मल ¨सह मलड़ी ने कालांवाली की अनाज मंडी में भगवान वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि समाज में आदर्श एवं सद्गुणों की ²ष्टि से रामायण आज भी प्रासंगिक है। इसलिए आदिकवि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण को आदिकाव्य कहा जाता है। इस मौके पर लखबीर ¨सह झोरड, पूर्व पार्षद वेद प्रकाश झंडूका, निम्मा कालांवाली, जग्गा ¨सह, सुनील सैन आदि मौजूद थे।
भगवान वाल्मीकि महान समाज सुधारक थे : शर्मा
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता होशियारी लाल शर्मा, नवीन केडिया व भूपेश मेहता ने महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर वाल्मीकि चौक पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर शर्मा ने कहा कि भगवान वाल्मीकि महान ¨चतक, विचारक और युग ²ष्टा के साथ-साथ समाज सुधारक भी थे। उन्होंने अंधविश्वास, कुरीतियों और रूढि़वादिता का डटकर विरोध किया और समाज को एक नई दिशा दी। नवीन केडिया ने कहा कि महापुरुष किसी एक जाति या मजहब के नहीं होते अपितु समाज का हर नागरिक उनके पुरुषार्थ से प्रेरणा लेता है।भूपेश मेहता ने कहा कि भगवान वाल्मीकि ने समाज को शांति, सुख, बंधुत्व तथा समरसता के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए जात-पात की मानसिकता से उपर उठकर राष्ट्रहित में ¨चतन करना चाहिए। इस मौके पर विक्रमजीत ¨सह एडवोकेट, संजय चांवरिया, ओपी एंथोनी, बंसीलाल नाहर, संजय लोट, बाबू लाल भट्टी उपस्थित थे। शहर में निकाली शोभायात्रा
सेवा भारती द्वारा भगवान वाल्मीकि जयंती के अवसर पर मोहल्ला लक्खी तालाब व गोशाला मोहल्ला से अलग-अलग शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा का चांदनी चौक बाजार स्थित आ•ाद लाउडस्पीकर सर्विस की दुकान के आगे पुष्प वर्षा, पूजा अर्चना, प्रशाद वितरण व जल सेवा से स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिला संघ चालक डॉ. सुरेन्द्र मल्होत्रा, जिला प्रचारक जितेन्द्र, खजान चंद गोयल, धर्मपाल धवन, अविनाश सचदेवा, बिहारी लाल बंसल, अनिल बत्रा, मोहनलाल कम्बोज, सोहन लाल मक्कड़, जय प्रकाश आर्य, श्याम सुन्दर गिरधर, अमर ¨सह गोदारा, बलबीर ¨सह चौहान, वेद प्रकाश सरदाना, महावीर प्रशाद ¨सगला शिव कुमार मित्तल, सिमरण बजाज उपस्थित थी।