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एक साल पूर्व उपमंडल का दर्जा, गांवों का रिकार्ड तक अपलोड नहीं

मुकेश अरोड़ा, कालांवाली: कालांवाली को उपमंडल का दर्जा भी मिल गया है। यहां ड्राइ¨वग लाइसें

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Nov 2017 07:25 PM (IST)Updated: Sun, 19 Nov 2017 07:25 PM (IST)
एक साल पूर्व उपमंडल का दर्जा, गांवों का रिकार्ड तक अपलोड नहीं
एक साल पूर्व उपमंडल का दर्जा, गांवों का रिकार्ड तक अपलोड नहीं

मुकेश अरोड़ा, कालांवाली:

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कालांवाली को उपमंडल का दर्जा भी मिल गया है। यहां ड्राइ¨वग लाइसेंस व वाहनों की रजिस्ट्रेशन होनी शुरू हो गई हो मगर तहसील कार्यालय में आज तक उपमंडल में शामिल गांवों का डाटा अपलोड नहीं हुआ और तहसील में पूर्व की भांति उपतहसील के गांवों की ही रजिस्ट्रियां हो रही हैं। इसको लेकर लोग असमंजस में हैं कि तहसील का दर्जा मिले एक वर्ष हो गया पर डाटा अपलोड क्यों नहीं हुआ।

कालांवाली मंडी को उपमंडल का दर्जा करीब एक वर्ष पूर्व दिया गया था जबकि उपमंडल कार्यालय का शुभारंभ करीब चार माह पूर्व जुलाई में हुआ था। उपमंडल कार्यालय शुरू होने के बाद इस कार्यालय में डबवाली व सिरसा तहसील के शामिल किए गए गांवों के वाहनों की रजिस्ट्रेशन होनी शुरू हो गई है और लोगों के ड्राइ¨वग लाइसेंस बनने शुरू हो गए है। लेकिन तहसील कार्यालय में डबवाली व सिरसा तहसील के शामिल किए गए गांवों की भूमि का डाटा अपलोड नहीं होने के कारण आज तक उक्त गांवों की रजिस्ट्रियां कालांवाली में नहीं हो रही है। जबकि इन गांवों के लोगों के रिहायशी प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बनाए जा रहे है। असमंजस की स्थिति को देखते हुए डबवाली व सिरसा तहसील के पटवारी भी दुविधा में है कि वे उक्त गावों के लोगों को प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कहां पर भेजें।

ये गांव उपमंडल में शामिल

कालांवाली उपमंडल में डबवाली तहसील के कानूनगो ओढां सर्कल के गांव मलिकपुरा, ¨कगरा, चोरमारखेडा, जंडवाला जटान, सालमखेडा, नूहियांवाली, रामगढ, घुक्कांवाली, बनवाला, ओढां, पिपली कानूनगो सर्कल के गांव हस्सू, असीर, माखा, खोखर, जगमालवाली, पिपली, टप्पी, पाना, मिठडी, नोरंग व सिरसा तहसील के कानूनगो सर्कल बड़ागुढ़ा के गांव बड़ागुढ़ा, रघुआना, बीरूवालागुढ़ा, झीडी, अलीकां, रंगा, लहंगेवाला व मत्तड़ को शामिल किया गया है।

ये गांव कालांवाली उप-तहसील के

कालांवाली कानूनगो सर्कल के गांव चकेरियां, देसू मलकाना, धर्मपुरा, गदराना, जलालआना, कालांवाली, केवल, रामपुरा, ¨सघपुरा, तख्तमल, तारूआना, लकडांवाली कानूनगो सर्कल के गांव आनंदगढ़, भादड़ा, दादू, दौलतपुरखेड़ा, डोगरांवाली, खतरावां, ख्योंवाली, लकडांवाली, रोहिडांवाली, सुबाखेड़ा, तिलोकेवाला, रोड़ी कानूनगो सर्कल के गांव भीमा, चक थिराज कलां, चक थिराज खुर्द, देसू खुर्द, कमाल, मलडी, पक्का शहीदां, पजमाला, फग्गू, रोड़ी, सुरतिया व थिराज शामिल है।

तहसील में बढ़े अधिवक्ता

कालांवाली में उपमंडल कार्यालय शुरू होने के बाद तहसील परिसर में अधिवक्ताओं की संख्या में वृद्धि हुई है। पहले जब उप तहसील कार्यालय था तो उस समय इस कार्यालय के समक्ष चार-पांच अधिवक्ता ही कार्य करते थे लेकिन उपमंडल कार्यालय शुरू होने के बाद अधिवक्ताओं की संख्या में वृद्धि हुई है और अस्पताल परिसर में अनेक अधिवक्ताओं ने अपने शेड स्थापित कर लिए है जिससे ऐसा अहसास होता है कि यह अस्पताल न होकर कोर्ट परिसर हो।

कालांवाली उप तहसील को तहसील का दर्जा मिले कई माह हो गए हैं। आज तक डाटा अपलोड नहीं होने के कारण इन गांवों का रिकार्ड उनके पास नहीं आया। जिस कारण उनके कार्यालय में इन गांवों की रजिस्ट्री नहीं हो रही जबकि अन्य प्रमाण पत्र बनाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि इतने समय में इन गांवों की भूमि का डाटा अपलोड होना चाहिए था वह इस विषय में अधिकारियों से बात करेंगे। उन्होंने बताया कि यदि इन गांवों का रिकार्ड यहां पर आता है तो तहसील कार्यालय जो अस्पताल के भवन में चलाया जा रहा है वहां पर रिकार्ड रखने के लिए पर्याप्त जगह भी नहीं है। इसके लिए पहले जगह चयनित करनी पड़ेगी और गांवों की संख्या बढ़ने पर यहां पर रजिस्ट्री करवाने वाले लोगों की भीड़ भी बढ़ेगी। ऐसे में जगह की दिक्कत पेश आएगी और कर्मचारियों की भी संख्या बढ़ानी पड़ेगी।

छोटू राम, तहसीलदार


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