बारिश से किसानों के चेहरे पर लौट आई मुस्कान
बारिश होने से मौसम में फिर से बदलाव हो गया है। बारिश से फसलों
जागरण संवाददाता, सिरसा : बारिश होने से मौसम में फिर से बदलाव हो गया है। बारिश से फसलों को फायदा मिला है। इससे तापमान में गिरावट आई है। पिछले कई दिनों में तापमान बढ़ा हुआ था। रोड़ी क्षेत्र में ओलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसलों को नुकसान हुआ है। डबवाली में 27 एमएम व ऐलनाबाद क्षेत्र में 18 एमएम बारिश हुई। चौपटा, रानियां व ओढ़ां क्षेत्र में हलकी बूंदाबांदी हुई। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 20 डिग्री व न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहा। जबकि बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 27 डिग्री व न्यूनतम तापमान 11 डिग्री रहा।
इस समय सिचाई की आवश्यकता
इस समय फसल पक रही है। जिससे सिचाई की अधिक आवश्कता है। इसी को लेकर किसान सिचाई करने के लिए जुटे हुए थे। किसानों को सिचाई पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है। जिससे किसान ट्यूबवेल से सिचाई कर रहे हैं। किसानों को प्रति एकड़ ट्यूबवेल से सिचाई करने पर करीब एक हजार रुपये की राशि खर्च करनी पड़ रही है। अब बारिश होने से किसानों को फायदा मिलेगा।
किस फसल का कितना क्षेत्र
गेहूं 3 लाख हेक्टेयर
सरसों 55 हजार हेक्टेयर
चना 8 हजार हेक्टेयर
जौ 7 हजार हेक्टेयर
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पिछले कई दिनों में अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ था। इससे फसलों को नुकसान हो रहा था। बारिश होने से अधिकतम तापमान में कम आई है। वहीं बारिश व अधिकतम तापमान में कमी आने से फसलों को फायदा मिला है।
-डा. बाबूलाल, उपनिदेशक, कृषि विभाग ओलावृष्टि से सरसों की फसल को नुकसान
रोड़ी : रोड़ी क्षेत्र में शुक्रवार तड़के बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। बारिश होने से तापमान में गिरावट आई है। क्षेत्र में सुबह 3:30 बजे से लेकर बूंदाबांदी से शुरू हुई। तेज बारिश के साथ ओले गिरने लगे। सरसों की फसल के फूल गिरने से नुकसान होने का अंदेशा किसानों द्वारा बताया जा रहा है।
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अलर्ट के बावजूद नहीं जागा जनस्वास्थ्य विभाग, 27 एमएम बरसात में डूब गया डबवाली
डबवाली : शुक्रवार सुबह 27 एमएम बरसात में शहर डूब गया। जल निकासी में फेल हुए जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता का कार्यालय पानी के बीचों-बीच नजर आया। मुख्य बाजार, सिल्वर जुबली चौक, एकता नगरी, नगर सुधार मंडल पार्क, चौटाला हाईवे, मलोट, सिरसा रोड, पुरानी तहसील, कॉलोनी तथा न्यू बस स्टेंड रोड पर जलभराव के कारण वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। तो वहीं संबंधित विभाग के अधिकारी बिजली मंत्री रणजीत सिंह की आवभगत में लगे रहे। इस वजह से जल निकासी की ओर किसी ने ध्यान तक नहीं दिया। हालांकि मौसम विभाग ने 18 फरवरी को बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था। बावजूद इसके जनस्वास्थ्य विभाग ने प्रबंध पूरे करने जरूरी नहीं समझें।
--- लाइव रिपोर्ट :
दोपहर बाद 1 बजे। बारिश के बाद धूप खिल उठी है। चार घंटे बीतने के बाद भी पानी की निकासी शुरू नहीं हुई है। दैनिक जागरण के संवाददाता डबवाली की अनाज मंडी में पहुंचा। गेहूं खरीद सीजन सिर पर है तो अनाज मंडी में फसल को बारिश से बचाने की कोई व्यवस्था नहीं, न ही सीवरेज काम कर रहे हैं। बारिश में नरमा की फसल भीग गई। शेडों तले से पानी निकालने के लिए मोटर चलाई गई। मार्केट कमेटी के पास ठेके तथा नियमित करीब 12 कर्मचारी हैं। इसके बावजूद अनाज मंडी में जलभराव हो रखा है। शहर के सबसे व्यस्त मार्ग चौटाला हाईवे पर पानी भरा हुआ है। वाहन रेंगकर चल रहे हैं। हाईवे के बीचों-बीच गहरे गड्ढे होने से वाहन गिरे तो लोगों ने साइड बोर्ड उखाड़कर बीच धर दिया है। एक दुकानदार ने बेंच लगा दिया है। गड्ढों के बारे में वाहन चालकों को पता चल जाए, इसलिए खतरे का निशान लाल झंडा लगाया गया है।
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मैं बिजली मंत्री के साथ हूं। जलभराव का मामला मेरी नोटिस में है। दो-तीन जगह दिक्कत थी, जो हल कर ली गई है। कर्मचारी लगे हुए हैं। शाम तक जल निकासी हो जाएगी।
-एसडीओ राय सिंह सिधू, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली।