एसआइटी ने हनीप्रीत से पूछा, डेरा प्रेमियों को जुटाने का कोडवर्ड क्या था
सिरसा एसआइटी ने डेरा प्रेमियों द्वारा किए गए उपद्रव के मामले में अंबाला जेल में बंद हनीप्रीत से की पूछताछ की। उससे कई सवाल पूछे गए।
जेएनएन, सिरसा। अंबाला जेल में बंद डेरा प्रमुख की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत को भी सिरसा में हुए उपद्रव के मामले में जांच के दायरे में ले लिया गया है। सिरसा की एसआइटी ने तीन घंटे से अधिक समय तक वीरवार को हनीप्रीत से सौ से अधिक सवालों पर जवाब मांगे। हनीप्रीत ने ज्यादातर प्रश्नों के उत्तर मुझे नहीं पता कहकर टालने का प्रयास किया।
एसआइटी प्रभारी डीएसपी अजय शर्मा के नेतृत्व में सिरसा पुलिस की एक टीम वीरवार को अंबाला पहुंची और जेल में बंद हनीप्रीत से पूछताछ का वक्त मांगा। जेल प्रशासन ने एसआइटी का सहयोग करते हुए पूछताछ का वक्त निर्धारित कर दिया। एसआइटी ने डेरे में भीड़ को बुलाने का मकसद, बरी न होने की स्थिति में डेरा प्रेमियों को दिए गए संदेश पहुंचाने वाले सदस्यों के नाम और डेरा प्रेमियों के लिए क्या संदेश दिया गया जैसे प्रश्न पूछे। साथ ही डेरा प्रेमियों को जुटाने का क्या कोई कोड वर्ड था और भीड़ के लिए किन-किन लोगों की डयूटी लगाई गई।
डेरे में प्रमुख लोग कौन रहे जो अलग-अलग कमेटियों को देख रहे थे और डेरा प्रबंधन में कमेटियों की तरफ से कौन जानकारी ले रहा था। हनीप्रीत से डेरे के अनुयायियों को पंचकूला भेजने में किन लोगों का हाथ रहा और खुद की डेरे में भूमिका क्या थी, जैसे प्रश्न भी पूछे गए हैं। हनीप्रीत ने कुछ घटनाओं का उल्लेख किया तो कुछ की जानकारी होने से इन्कार कर दिया।
एसआइटी ने यह भी जानने का प्रयास किया कि डेरे की हिंसा के पीछे मास्टर माइंड कौन था। डेरे से फरार लोगों के बारे में भी एसआइटी ने प्रश्न पूछे जिनका वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। इस एसआइटी ने डेरा हिंसा की प्लानिंग से जुड़े कई और सवालों पर जवाब मांगा। सूत्रों के अनुसार टीम हनीप्रीत के जवाब से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है।
एक और अभियुक्त को एसआइटी ने किया काबू
पंचकूला एसआइटी ने पंचकूला में हुए उपद्रव मामले में डेरा प्रेमी ईश्वर कालड़ा को गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में आई टीम ने ईश्वर को कल्याण नगर से काबू किया। अभियुक्त 45 मेंबरी कमेटी का सदस्य रहा है। टीम ने इसी क्षेत्र में कुछ अन्य अभियुक्तों की तलाश में भी छापे मारे है। पंचकूला की एसआइटी दो दिन से सिरसा में डेरा डाले हुए है। पंचकूला की एक दूसरी टीम ने डबवाली में भी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी है, लेकिन अभियुक्त वहां नहीं मिले।
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