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मोबाइल परिधि में हुआ स्वास्थ्य सर्वे, रिपोर्ट में रेडिएशन प्रभाव पर विभाग का मौन

गली मुहल्लों में लगे मोबाइल टावरों से निकलने वाली विकिरणों के न

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 06:22 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 06:22 PM (IST)
मोबाइल परिधि में हुआ स्वास्थ्य सर्वे, रिपोर्ट में रेडिएशन प्रभाव पर विभाग का मौन
मोबाइल परिधि में हुआ स्वास्थ्य सर्वे, रिपोर्ट में रेडिएशन प्रभाव पर विभाग का मौन

जागरण संवाददाता, सिरसा: गली मुहल्लों में लगे मोबाइल टावरों से निकलने वाली विकिरणों के नुकसान को लेकर सीएम ¨वडो की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए सर्वे में कई लोग बीमार मिले हैं। मोबाइल टॉवरों की 300 मीटर परिधि के अंदर रहने वाले 408 परिवारों पर सर्वे किया गया। कुल 1587 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जिसमें166 लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त पाए गए। उप सिविल सर्जन ने सर्वे के बाद दी रिपोर्ट में कहा है कि जो लोग बीमार पाए गए, उनके बारे में यह नहीं कहा जा सकता कि वे मोबाइल टॉवर की रेडिएशन से ही बीमार हुए है। बीमार होने की अन्य वजह भी हो सकती है। उन्होंने यह जरूर कहा कि प्रशासन को टॉवरों से निकलने वाली विकिरणों के स्तर की जांच करवानी चाहिए, अगर इनकी मात्रा ज्यादा है तो उसे नियंत्रित किया जाना चाहिए। आसपास लगे है टावर

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मोबाइल कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा की वजह से एक ही कालोनी में अलग-अलग कंपनियों ने अपने मोबाइल टॉवर लगा रखे हैं कि अधिक रेंज देकर अधिक उपभोक्ता आकर्षित कर सकें। उपभोक्ताओं को अधिक रेंज देने के चक्कर में वे अधिक रेडियेशन फैला रहें है, जिसका जनता के स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है। पारिक ने पहले लिखा पत्र, बाद में सीएम ¨वडो पर दी शिकायत

सिरसा नगर परिषद की हद में लगे मोबाइल टॉवर की रेडियेएशन से होने वाले दुष्प्रभाव को जांचने के लिए अधिवक्ता पवन पारिक ने सीएम ¨वडो लगाई। जिसके बाद नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी द्वारा 2015 में सिविल सर्जन को पत्र लिखा गया था। ईओ की ओर से लिखे गए पत्र में सिविल सर्जन से मोबाइल टॉवर के आसपास के 300 मीटर में रहने वाले परिवारों की स्वास्थ्य जांच करवाने का आग्रह किया गया था। उप सिविल सर्जन डा. बुधराम ने बताया कि विभाग द्वारा इस वर्ष करीब चार महीने पहले सर्वे करवाया गया। शहर में चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। उनके आसपास लगे मोबाइल टॉवरों की 300 मीटर परिधि में आने वाले परिवारों पर सर्वे किया गया था। सर्वे में टॉवर समय अवधि नहीं देखी गई।

166 लोग बीमारियों से ग्रस्त पाए गए है, जिनमें चर्म रोग, हृदय की समस्या, खांसी, जुकाम व अन्य रोग शामिल है। सर्वे में उन सभी लोगों को शामिल किया गया जो पहले से बीमार थे या फिर कुछ दिनों से बीमार हुए थे। रेडिएशन तो घातक है, प्रशासन करवाए रेडिएशन मानकों की पुन: जांच

उप सिविल सर्जन डा. बुधराम ने बताया कि मोबाइल टॉवरों से निकलने वाली रेडिएशन घातक है। प्रशासन को समय-समय पर इसकी मानकता की जांच करवानी चाहिए और जिन टॉवरों से रेडिएशन ज्यादा मात्रा में निकलता है, उन्हें नियंत्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन भी शरीर पर असर डालती है। रात को सोते समय मोबाइल को पास नहीं रखना चाहिए और बैटरी डाउन होने पर मोबाइल ज्यादा रेडिएशन छोड़ता है, इसलिए बैटरी डाउन होने पर मोबाइल का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

शहर में है 94 टॉवर

सिरसा शहर में विभिन्न क्षेत्रों में 94 मोबाइल टॉवर है। शहर में घनी आबादी में भी टॉवर लगे हुए है। अनेक स्थानों पर टॉवर लगाए जाने को लेकर विवाद भी हो चुके है। हालांकि सरकार ने टॉवर लगाए जाने को लेकर पॉलिसी बना दी है। उपायुक्त की अध्यक्षता वाली कमेटी टॉवर लगाने से पूर्व जांच करेगी तभी टॉवर स्थापित होगा। लेकिन पालिसी नए टावरों पर ही अधिक ध्यान दे रही है।


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