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रिकार्ड दुरूस्त न मिलने पर सात आरा मशीनें सील

: आरा मशीन को संचालित करने के लिए नियमों की परवाह किए बगैर

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 10:38 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 10:38 PM (IST)
रिकार्ड दुरूस्त न मिलने पर सात आरा मशीनें सील
रिकार्ड दुरूस्त न मिलने पर सात आरा मशीनें सील

जागरण संवाददाता, सिरसा :

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आरा मशीन को संचालित करने के लिए नियमों की परवाह किए बगैर चल रहे आरे रूक गए हैं। वन विभाग ने शहर की सात आरा मशीनें सील कर दी है। आरा मशीन संचालकों ने रिकार्ड ही दुरुस्त नहीं रखा। इससे पहले भी प्रशासन ने रिकार्ड दुरुस्त रखने व वन विभाग द्वारा निर्धारित नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करने का नोटिस दिया था। जांच में जब आरों पर लापरवाही पाई गई तो उन्हें मौके पर ही सील कर दिया गया।

जिला वन अधिकारी राजेंद्र जांगड़ा के नेतृत्व में एक टीम आरों की जांच के लिए निकली तो देखा कि यहां तो रिकार्ड ही मेंटेन नहीं था। टीम ने पूर्व में दिये गए नोटिस पर भी जवाब तलब किया और वहीं आरा मशीन रुकवाकर सील कर दिया गया। बताया गया है कि सात आरा मशीनें सील की गई है। उनके संचालकों से जवाब तलब भी कर लिया गया है। रजिस्टर खाली और धड़ल्ले से चल रहे थे आरे

अधिकारियों की टीम जांच के लिए पहुंची तो कुछ आरों पर स्टॉक रजिस्टर ही नहीं पाया। जबकि नियमों के अनुसार आरों पर स्टॉक रजिस्टर का होना अनिवार्य है और इसी में लकड़ी की ब्रिकी की एंट्री की जाएगी । इसी रजिस्टर में जो लकड़ी खरीदी गई है उसका भी रिकार्ड दर्ज होगा। कुछ आरों पर रजिस्टर था लेकिन पांच माह से एक भी एंट्री नहीं थी, जबकि लकड़ी कटाई का कार्य चल रहा था। राजस्थान में लकड़ी कटाई प्रतिबंधित

सिरसा के कई आरों पर लकड़ी दूसरे प्रदेशों से भी आ रही है। रिकार्ड चाहे कुछ भी कहे लेकिन अधिकारियों के अनुसार पंजाब व राजस्थान की लकड़ी भी सिरसा में खप जाती है। राजस्थान में लकड़ी कटाई का कार्य प्रतिबंधित है। सिरसा से भी यदि लकड़ी खरीद की गई तो आरा संचालक को उस किसान के बारे में भी जानकारी रखनी होती है। अधिकारियों को यह भी अंदेशा है कि लकड़ी अधिक खरीदी जाती है जबकि एंट्री कम लकड़ी की होती है।

छह माह पहले थमाए गए थे नोटिस

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार आरा संचालकों को छह माह पहले भी नोटिस दिये गए थे और उन्हें रिकार्ड जल्द से जल्द दुरुस्त करने को कहा था। लेकिन उसके बावजूद कई आरा संचालकों ने रिकार्ड को दुरुस्त नही किया। जबकि कुछ ने अपने रिकार्ड को दुरुस्त रखा। ::::छापा मारा गया था। सात आरों पर अनियमितताएं मिली थी, जिसके चलते उन्हें सील कर दिया है। भविष्य में भी निरीक्षण की कार्रवाई जारी रहेगी।

- राम कुमार जांगड़ा, जिला वन अधिकारी


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