ट्रेडिशनल राइस शूट का दायरा घटा, लॉटरी से होगा फैसला
धान की खेती के लिए राइस शूट से नहरी पानी की उपलब्धता के मामले म
जागरण संवाददाता, सिरसा : धान की खेती के लिए राइस शूट से नहरी पानी की उपलब्धता के मामले में नहर विभाग ने नई पॉलिसी अपनाई है। पूर्व की पॉलिसी में नए किसानों को राइस शूट का मौका नहीं मिलता था इसीलिए अब ट्रेडिशनल राइस शूट पॉलिसी में बदलाव कर दिया है। इस बदलाव के बाद इसी वर्ष 50 फीसद कोटा नए किसानों के लिए आरक्षित रहेगा। पूर्व में तीन साल से अधिक समय से ट्रेडिशनल राइस शूट लेने वाले किसानों को भी कनेक्शन दिया जाता था और यदि उसके बाद पानी की उपलब्धता रहती तो नए किसानों के केस स्वीकृत किए जाते थे। तीन साल में खत्म हो जाएगा ट्रेडिशनल कोटा
विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष नए और पुराने दोनों को आधा-आधा कोटा मिलेगा। सिरसा में करीबन छह सौ ट्रेडिशनल राइस शूट कनेक्शन हैं जिनमें से नई पॉलिसी के तहत 300 का चयन लॉटरी से किया जाएगा और दूसरे ड्रा में इन 300 के अलावा नए केस भी शामिल होंगे। दूसरे ड्रा में शामिल होने वाले ट्रेडिशनल राइस शूट को नए किसान के तौर पर ड्रा में हिस्सा लेना होगा। अगले साल ट्रेडिशनल कोटा 50 से 30 तथा फ्रेश कोटा 50 से 70 कर दिया जाएगा। तीसरे साल में पूरा कोटा फ्रेश के लिए होगा और ट्रेडिशनल राइस शूट का किसी को कोई लाभ नहीं मिलेगा। घग्घर से निकली नहरों पर है अधिक राइस शूट
नहर विभाग के अनुसार घग्घर से जुड़ी दक्षिण घग्घर ड्रेन, उत्तर घग्घर ड्रेन, शेरांवाली पेरलल नहर पर सर्वाधिक कनेक्शन हैं। 600 में से 500 कनेक्शन करीब इन्हीं तीन नहरों पर हैं। इसके अलावा घग्घर से अन्य स्थानों पर भी तथा कुछ स्थानों पर भी भाखड़ा से राइस शूट कनेक्शन दिया गया है। सिरसा में धान का रकबा गत वर्ष 83 हजार हेक्टेयर था। इस बार सरकार ने धान का रकबा घटाने के लिए किसानों को जागरूक करने का अभियान चलाया हुआ है और धान की फसल छोड़ दूसरी फसल उगाने वाले किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान देने का फैसला किया है। विभाग ने ट्रेडिशनल राइस शूट पॉलिसी में बदलाव किया है। आवेदन की प्रक्रिया 15 जून से शुरू करेंगे। सभी को आवेदन में हिस्सा लेना होगा। दो ड्रा निकाले जाएंगे। पूरी प्रक्रिया 15 जुलाई से पूर्व समाप्त कर दी जाएगी। इस बार ट्रेडिशनल राइस शूट की संख्या आधी की जाएगी। इससे नए किसानों को मौका मिल पाएगा।
- आत्माराम भांभू, अधीक्षण अभियंता, नहरी विभाग।