बरसाती पानी की निकासी पर खर्च होंगे आठ करोड़, टेंडर हुआ जारी
जागरण संवाददाता, सिरसा : उपायुक्त की पहल पर बरसाती पानी की निकासी का प्रोजेक्ट सीवरेज सिस्ट
जागरण संवाददाता, सिरसा : उपायुक्त की पहल पर बरसाती पानी की निकासी का प्रोजेक्ट सीवरेज सिस्टम से अलग कर दिया गया है। शहर में बरसाती पानी की निकासी का अलग से प्रबंध होगा और इस पर आठ करोड़ की राशि अमृत योजना से खर्च की जाएगी। नगर परिषद ने योजना के तहत टेंडर भी जारी कर दिया है। पंचकूला के ठेकेदार को टेंडर जारी किया गया है और उन्हें एक साल की अवधि के दौरान प्रोजेक्ट पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
सिरसा शहर में बरसाती पानी की निकासी अभी तक सीवरेज सिस्टम के माध्यम से ही की जा रही थी। लाखों लीटर बरसाती पानी सीवरेज के साथ ही बर्बाद होता था। अलग से पानी निकासी का प्रबंध न होने के कारण बरसाती पानी का उपयोग अन्य स्थानों पर नहीं किया जा सका। करीबन छह माह पहले इस प्रोजेक्ट पर फिर से काम शुरू हुआ और उपायुक्त ने सीवरेज सिस्टम से बरसाती पानी की निकासी को अलग से करने पर बल दिया। इसके बाद अलग से ड्राइंग तैयार की गई और पूरे शहर का नक्शा बरसाती पानी की निकासी के हिसाब से तैयार किया गया। इस ड्राइंग को निकाय विभाग ने मंजूरी दे दी जिसके बाद टेंडर की प्रक्रिया आरंभ हुई। शुक्रवार को वर्क अलाट
शहर में उन स्थानों को चिह्नित किया गया जहां बरसात के बाद जलभराव की स्थिति पैदा होती है। इसके अलावा उन स्थानों को भी बरसाती प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है जहां बरसात के बाद अधिक पानी की निकासी की जा सकती है। पूरे शहर में बरसाती पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी। शहर में पाइप लाइन के माध्यम से बरसाती पानी को अलग से बाहर निकालकर स्टोरेज किया जाएगा। शुक्रवार को इसका वर्क अलाट कर दिया गया है। अमृत योजना से बरसाती पानी की निकासी का पहली बार अलग से प्रोजेक्ट बनाया गया है। वर्क आर्डर जारी कर दिया गया है। ठेकेदार को एक साल में कार्य पूरा करना होगा। पूरे कार्य की ड्राइंग को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।
वीरेंद्र सहारण
इओ, नगर परिषद बरसाती नाले का फिर समाधान नहीं
इनेलो के शासनकाल में हिसार रोड से डबवाली रोड पर दोनों तरफ बना बरसाती नाला अब भी समस्या का घर है। बरसाती नाले का निर्माण तब इसलिए करवाया गया था कि सड़क पर जलभराव की स्थिति पैदा न हो और बरसाती पानी को अलग से निकाला जा सके लेकिन निकासी के लिए प्रबंध नहीं किए गए और नाला बनाकर छोड़ दिया गया। हालात अब ऐसी है कि पिछले कई सालों से नाले की सफाई नहीं हो रही है। उपायुक्त ने पीडब्ल्यूडी विभाग को नाला साफ करवाए जाने के निर्देश दिए थे जिसके बाद कुछ दिन काम चला लेकिन बाद में लोगों का विरोध बताकर काम रोक दिया गया और बरसाती नाला साफ नहीं हो पाया। बरसाती नाले को साफ करने के लिए बजट दूसरे विभाग की ओर से पीडब्ल्यूडी विभाग को दिया गया था।