दूसरे दिन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने नहीं की खरीद, अनाज मंडी में करीब सात हजार ¨क्वटल धान पड़ा है
संवाद सहयोगी, डबवाली : खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने डबवाली में धान की खरीद बंद कर दी है। अधिकाि
संवाद सहयोगी, डबवाली : खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने डबवाली में धान की खरीद बंद कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्य सरकार के आदेश पर किया गया है। हालांकि जिस पत्र के आधार पर अधिकारी यह बात कह रहे हैं, उसमें सरकार ने ऐसी किसी बात का जिक्र तक नहीं किया है। बल्कि सरकार ने तो धान की किस्म पूसा-144 की खरीद शुरू करने के आदेश जारी किए हैं। बुधवार को लगातार दूसरे दिन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने धान खरीद नहीं किया। जबकि हैफेड खरीद करने में लगी हुई है। हैफेड के अधिकारियों का कहना है कि सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया, जिसमें खरीद बंद करने के लिए कहा गया हो। ऐसे में डीएफएससी के अधिकारी स्वयंभू आदेशों का सहारा लेकर खरीद से कन्नी काट रहे हैं। जिससे आढ़तियों तथा किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है। अनाज मंडी में करीब 7000 क्विंटल धान खरीद की प्रतीक्षा कर रहा है। मार्केट कमेटी सचिव दिलावर ¨सह बैनीवाल के अनुसार मंडी में आ चुकी धान का एक-एक दाना खरीद करवाएंगे। जब तक सरकार कोई आदेश जारी नहीं करती, तब तक कोई एजेंसी खरीद से इंकार नहीं कर सकती। ये आदेश जारी हुए हैं
सरकार ने 12 नवंबर को डबवाली, कालांवाली, सुरतिया तथा सिरसा में पूसा-144 की खरीद करने के आदेश अधिकारियों को दिए थे। साथ ही यह कहा था कि खरीद करते समय संबंधित किसान का आधार कार्ड, बैंक डिटेल ली जाए ताकि पैसा सीधा किसान के एकाउंट में ट्रांसफर किया जाए। धान की लेट बिजाई वाली किस्म की खरीद शुरू करने के आदेश को डीएफएससी ने धान की खरीद बंद करना समझ लिया। सोमवार तथा बुधवार को खरीद नहीं की। सरकार के आदेश के बाद धान की खरीद बंद कर दी गई है। अब केवल पूसा-144 की खरीद करनी है। जिसकी पेमेंट ऑनलाइन किसान के खाते में जानी है। इसके लिए हम तैयार बैठे हैं लेकिन किसान धान बेच नहीं रहे।
-मनोज कुमार, इंचार्ज (धान), खाद्य एवं आपूर्ति विभाग सिरसा सरकार ने धान खरीद बंद करने संबंधी कोई आदेश जारी नहीं किया है। हैफेड धान की खरीद करेगी। मंगलवार को हमने खरीद की थी, निर्धारित दिन वीरवार को भी खरीद करेंगे।
-र¨वद्र सोलंकी, हैफेड, डबवाली डीएफएससी ने खरीद बंद कर दी है जो गलत है। सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है। कच्चा आढ़ती बैठक करके आंदोलन की रूपरेखा बनाएंगे। धान खरीद के लिए एजेंसी को मजबूर किया जाएगा।
-टेकचंद छाबड़ा, प्रधान, कच्चा आढ़ती एसोसिएशन, डबवाली