आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए नई कवायद
सर्वशिक्षा अभियान की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को स्कूल
जागरण संवाददाता, सिरसा:
सर्वशिक्षा अभियान की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा। केंद्र के बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से शिक्षा से जोड़ा जाएगा। वहीं बच्चों में पढ़ने की आदत डाली जाएगी। जिसको लेकर स्कूलों में खुले आंगनबाड़ी केंद्रों की वर्करों को पांच दिन का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें बच्चों को पढ़ाने के तौर तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। जिले के 55 स्कूलों में आंगनबाड़ी केंद्र
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिले में करीब 1165 आंगनबाड़ी केंद्र खोले हुए हैं। जिनमें से 55 केंद्र सरकारी स्कूलों में खोले हुए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में खोले गये आंगनबाड़ी केंद्रों की वर्करों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें केंद्रों की वर्करों को खेल-खेल में बच्चों को शिक्षा देने, कहानी व कविता के माध्यम से पढ़ाई करवाने के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में बच्चों को किस प्रकार से पढ़ाई के साथ जोड़ा जाए। इसके बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा। जिससे केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूलों से जोड़ा जा सके। सभी केंद्रों को मिलेंगे प्री स्कूल शिक्षा किट
आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामांकित बच्चों की सेहत के साथ-साथ प्री नर्सरी की पढ़ाई की भी व्यवस्था की गई है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक-एक प्री स्कूल शिक्षा किट मिलेंगे। इस किट में बच्चों के पढ़ने, तरह-तरह के खिलौने, कु¨कग सेट आदि की जानकारी दी जाएगी। मकसद है बच्चों को खेल-खेल के जरिए उन्हें प्रारंभिक जानकारी मिल सके।
वर्करों को 18 फरवरी से दिया जाएगा प्रशिक्षण
सरकारी स्कूलों में खोले गये आंगनबाड़ी वर्करों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए विभाग ने 18 फरवरी से तिथि निर्धारित की है। जिले की आंगनबाड़ी वर्करों को खैरपुर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभाग ने प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षकों की नियुक्ति कर दी है। ::::::आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को स्कूलों से जोड़ने के लिए अभियान शुरू किया है। सरकारी स्कूलों में खोले गये आंगनबाड़ी वर्करों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें वर्करों को खेल के माध्यम से शिक्षा देने व बच्चों की पढ़ाई में आदत डालने के बारे में बताया जाएगा।
नरेंद्र कुमार, सहायक परियोजना अधिकारी, एसएसए