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ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री के विरोध में मेडिकल एसो. ने काली पट्टी लगाकर जताया विरोध

संवाद सूत्र, कालांवाली: केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन फार्मेसी को भारत में दवाइयां बेचने के लिए

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 06:11 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 06:11 PM (IST)
ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री के विरोध में मेडिकल एसो. ने काली पट्टी लगाकर जताया विरोध
ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री के विरोध में मेडिकल एसो. ने काली पट्टी लगाकर जताया विरोध

संवाद सूत्र, कालांवाली:

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केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन फार्मेसी को भारत में दवाइयां बेचने के लिए अनुमति देने पर मेडिकल एसोसिएशन कालांवाली ने शनिवार से काली पट्टी बांधकर सरकार के फैसले का कड़ा विरोध जताया है। सरकार के उक्त फैसले के विरोध में हरियाणा स्टेट केमिस्ट एसोसिएशन व ऑल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन ने मिलकर निर्णय लिया है कि सभी केमिस्ट इस फैसले के विरोध में काली पट्टी बांधकर अपना रोष व्यक्त करेंगे।

मेडिकल एसोसिएशन कालांवाली के प्रधान वेद प्रकाश गर्ग ने बताया कि सरकार के इस फैसले से लाखों लोगों की रोजी-रोटी पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। इस फैसले से न सिर्फ उनका व्यापार प्रभावित होगा बल्कि समाज में नशा और अन्य दवाइयां जो प्रतिबंधित श्रेणी में आती हैं वह लोगों को आसानी से ऑनलाइन पर उपलब्ध हो जाएंगी। ऑल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन ने इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले के विरोध में ऑल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन व हरियाणा स्टेट केमिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर 27 सितंबर तक अपने कार्य स्थानों पर काली पट्टी बांधकर दवा की बिक्त्री करने और सरकार के उक्त फैसले को लेकर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया है और 28 सितंबर को दुकानें बंद कर हड़ताल करेंगे।

मेडिकल संचालक मुकेश गर्ग का कहना है कि एक तरफ सरकार नशे की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चला रही है वहीं सरकार के इस फैसले से नशीली दवाइयों की बिक्री को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मेडिकल संचालक तो मरीज को दवाइयों के बारे में पूरी जानकारी देता है जबकि ऑनलाइन पर मरीज को दवाइयों के बारे में जानकारी कैसे मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने फैसले पर विचार करना चाहिए और इसे वापस लेना चाहिए।


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