एक करोड़ 4 लाख रुपये लेने के बाद भी नहीं करवाई जा रही जमीन नाम
जागरण संवाददाता, भिवानी : गांव तिगड़ाना निवासी एक व्यक्ति ने सामण निवासी सुरेश सामणिया व तीन अ
जागरण संवाददाता, भिवानी : गांव तिगड़ाना निवासी एक व्यक्ति ने सामण निवासी सुरेश सामणिया व तीन अन्य पर जमीन के बयाने के नाम पर करीब 85 लाख 50 हजार रुपये हड़प करने का आरोप लगाया था। इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है। सिविल लाइन थाना पुलिस के समक्ष पेश होकर आरोपित सुरेश व उसके भाई राजबीर सामणिया ने साफ किया कि उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। रसीद व जमीन बेचने वाले मालिक के हस्ताक्षर असली और इन हस्ताक्षरों की मधुबन लैब से जांच करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वह जमीन मालिक को एक करोड़ 4 लाख रुपये की राशि दे चुके हैं, जिसके गवाह भी ¨जदा है। उन्होंने कहा कि जमीन मालिक रविवाल की नियत में फर्क आने पर उन पर झूठा केस दर्ज करवाया गया है।
गांव सामण महम निवासी राजबीर सामणिया ने लिखित बयान में बताया कि उसके भाई सुरेश द्वारा गांव तिगड़ाना निवासी रविपाल के साथ जमीन को लेकर सौदा हुआ था। रविवाल ने अपनी एक किला जमीन एक करोड़ साढ़े 17 लाख रुपये में बेचना तय किया था। साथ ही मौखिक तौर पर करार हुआ था कि बयाने के बाद शेष राशि समय पर नहीं दी तो दस लाख रुपये ब्याज के तौर पर अलग से देने होंगे। राजबीर ने दावा किया कि 5 अगस्त 2015 से लेकर 3 सितंबर 2017 तक वह जमीन मालिक रविपाल को कुल एक करोड़ 4 लाख रुपये दे चुके है। इसके साथ ही कोर्ट में केस दायर कह चुके है कि शेष 23 लाख रुपये की राशि लेकर जमीन की रजिस्टरी सुरेश के नाम करवाए। राजबीर सामणिया व उनके भाई सुरेश सिविल लाइन थाना प्रभारी के सामने भी पेश हुए। उन्होंने बताया कि अब रविपाल के मन में लालच आ गया है और वह जमीन उनके नाम नहीं करवा रहा है। उन्होंने कहा कि रसीदों पर जमीन मालिक द्वारा किए गए हस्ताक्षरों की जांच करवाई जाए। मधुबन हैंड राइ¨टग एक्सपर्ट से जांच होने पर सब कुछ साफ हो जाएगा। यदि रविपाल के हस्ताक्षर नहीं है तो हमारे खिलाफ कार्रवाई की जाए वरना रविपाल पर मामला दर्ज किया जाए। इस मामले में जमीन मालिक रविपाल की शिकायत पर तीन दिन पूर्व सिविल लाइन थाना पुलिस ने जमीन खरीददार सुरेश व उसके तीन अन्य साथियों पर केस दर्ज किया था।