रोडवेज के क्लेम मांगने के बाद जमीन निकली नगर योजनाकार की, धर्मशाला कमेटी को कीमत पर एतराज
वर्ष 1988 में जाट धर्मशाला को आवंटित जगह की कीमत को लेकर अब सर
जागरण संवाददाता, सिरसा : वर्ष 1988 में जाट धर्मशाला को आवंटित जगह की कीमत को लेकर अब सरकार से मार्गदर्शन मांगा जा सकता है। हरियाणा रोडवेज ने 10 अक्टूबर 2019 को कलेक्टर रेट के हिसाब से से जगह की कीमत देने के निर्देश दिए। रोडवेज ने 70 हजार रुपये प्रति वर्ग गज के हिसाब से जाट धर्मशाला प्रबंधक कमेटी को 25 करोड़ 24 लाख 31 हजार 200 रुपये अदा करने को कहा था। जाट धर्मशाला ने इस पर आपत्ति जताते हुए 1980 से 90 के बीच रहे रेट पर कीमत मुकर्रर करने की मांग की। जिसके बाद इस मामले की जांच उपायुक्त ने एडीसी को सौंप दी। ----------- 1988 में आवंटित हुई थी जगह
जानकारी के अनुसार जाट धर्मशाला को वर्ष 1988 में राज्य सरकार ने 3606.16 वर्ग गज जगह उपलब्ध करवाई। जिस पर जाट धर्मशाला का निर्माण हुआ। वर्ष 1988 में इस जमीन की कीमत करीबन 70 हजार रुपये के आसपास रही लेकिन अब रोडवेज ने इसे अपनी जगह जानते हुए 2019 के कलेक्टर रेट पर राशि अदा करने को कहा।
--------------
जांच हुई तो नगर योजनाकार की निकली भूमि
राजस्व रिकार्ड की जांच की गई तो यह भूमि रोडवेज विभाग की नहीं निकली बल्कि भूमि नगर योजनाकार विभाग की रही। बाद में रोडवेज ने भी इस संबंध में जिला प्रशासन को अवगत करवा दिया कि राजस्व रिकार्ड में यह जमीन टाउन प्लानिग विभाग की है और भविष्य में पत्राचार टाउन प्लानिग विभाग में ही करने का आग्रह किया है। जबकि पूर्व में इस भूमि को रोडवेज अपना मानता रहा है और उसी अनुरूप दावा किया गया था।
----------------
और धर्मशालाओं को जिस रेट पर जमीन दी वही रेट उन पर लागू किया जाए
जाट धर्मशाला कमेटी की ओर से कहा गया कि वर्ष 1988 की कीमत मुकर्रर की जाए और उन्हें सुनवाई का मौका दिया जाना चाहिए।सरकार ने सिरसा में कुम्हार धर्मशाला, कंबोज धर्मशाला, बाल भवन, हिसार व फतेहाबाद में जाट धर्मशाला के लिए जो नियम अपनाए गए वही नियम इस धर्मशाला पर लागू किए गए। इसलिए उसी अनुरूप कीमत ली जानी चाहिए।
---------------
जमीन के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई थी। रिकार्ड का अवलोकन कर रिपोर्ट भेज दी गई है। रिपोर्ट में उस समय के बाजार भाव तथा उस दौरान सिरसा की दो धर्मशालाओं को जमीन अलाट की गई उसका मूल्य व शर्तें भेज दी गई हैं। दोनों धर्मशालाओं को 25 रुपये प्रति गज जमीन दी गई थी जो उस समय के बाजारी भाव का एक चौथाई हिस्सा था। उस समय बाजारी भाव के हिसाब से जाट धर्मशाला 150 रुपये प्रति वर्ग गज बनता था। यदि दूसरी संस्थाओं के रेट के हिसाब से यह क्लेम 37 रुपये 50 पैसे बनता है। उन्हें केवल रिकार्ड संबंधी जानकारी देनी थी वह दे दी।
श्रीनिवास, तहसीलदार सिरसा