सिरसा में लग्जरी गाड़ी बेचने का झांसा देकर 15 लाख रुपये ठगे, आप भी रहें सावधान
सिरसा में गाड़ी की बेचने के मामले में अग्रसेन कालोनी निवासी कपिल शर्मा से 15 लाख रुपये ठग लिये। पुलिस को दी शिकायत में कपिल शर्मा ने बताया कि वह पुरानी गाड़ियों की खरीद बेच का काम करता है।
सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा में लग्जरी गाड़ी की बेचने के मामले में शहर थाना पुलिस ने चार युवकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उक्त युवकों ने गाड़ी बेचने के मामले में अग्रसेन कालोनी निवासी कपिल शर्मा से 15 लाख रुपये ठग लिये।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत में कपिल शर्मा ने बताया कि वह पुरानी गाड़ियों की खरीद बेच का काम करता है। गुरुग्राम के कटारिया चौक पर पुरानी गाड़ियों की खरीद बेच का काम करने वाले रानियां क्षेत्र के गांव धर्मपुरा निवासी अमरजीत सिंह उर्फ अमर, गुरुग्राम निवासी राहुल उर्फ गोलू, संदीप यादव व संदीप अहलावत ने उससे लग्जरी गाड़ी बेचने के नाम पर ठगी की। कपिल शर्मा ने बताया कि फरवरी 2021 के अंतिम सप्ताह में आरोपित अमरजीत सिंह उसके पास आया। उससे कहा कि एक लग्जरी गाड़ी बिकाऊ है। जिस पर उसने गाड़ी खरीदने की इच्छा जताई। अमरजीत ने अपने साथियों राहुल व संदीप यादव से उसे मिलवाया। संदीप यादव ने कहा कि उसने गाड़ी संदीप अहलावत से खरीद रखी है।
उसने अपने नाम नहीं करवाई है। 15 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। जिसके बाद उसने आरोपित संदीप यादव के बैंक खाते में तीन लाख, पांच लाख व सात लाख रुपये जमा करवाए। इसके बाद संदीप यादव ने गाउ़ी उसे दे दी। सेल लेटर उसके हक में लिखवा दिया और शेष दस्तावेज जल्द देने की बात कही। परंतु बाद में आरोपित संदीप दस्तावेज लेकर नहीं आया। जिस कारण वह गाड़ी को अपने नाम नहीं करवा पाया। इसी दौरान आरोपित अमरजीत व संदीप ने उससे कहा कि गाड़ी को कुछ फायदे में बिकवा देते हैं। इसके बाद 12 अप्रैल को गाड़ी का सौदा 15 लाख 30 हजार में तय हुआ।
उन्होंने एडवांस के तौर पर उसके दोस्त रमन गोदारा के बैंक खाते में 50 हजार रुपये जमा करवा दिये और शेष रुपये दो दिन बाद देने का कहा। 14 जुलाई 2021 को जब उसने आरोपित अमरजीत से बकाया पेमेंट लेने के लिए फोन किया। उसे अमरजीत ने बताया कि गाड़ी चोरी हो गई है। उसने बताया कि एफआइआर करवा दी है। कपिल शर्मा ने बताया कि इसके बाद वह अपने दोस्त संसार भूषण के साथ गुरुग्राम गया जहां उसे बताया कि विकासपुरी थाने में 14 अप्रैल को गाड़ी चोरी होने की एफआइआर दर्ज करवाई है ताकि इंश्योरेंस कंपनी से क्लेम मिल सके। आरोपितों ने उसका रुपया जल्द लौटाने की बात कही। बाद में उसे पता चला कि आरोपितों ने गाड़ी चोरी की एफआइआर सबने षडयंत्र रच कर दर्ज करवाई है। उसे रुपये हड़प लिये तथा इंश्योरेंस कंपनी से मिला क्लेम भी ले लिया।