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सजावटी विदेशी पौधों के स्थान पर तुलसी, गिलोय, एलावेरा बढ़ा रही घरों की सुंदरता, हर रही रोग

सिरसा कोरोना काल के दौरान लोग अपने घरों की छत व बॉलकनी पर सजावटी

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 07:31 AM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 07:31 AM (IST)
सजावटी विदेशी पौधों के स्थान पर तुलसी, गिलोय, एलावेरा बढ़ा रही घरों की सुंदरता, हर रही रोग
सजावटी विदेशी पौधों के स्थान पर तुलसी, गिलोय, एलावेरा बढ़ा रही घरों की सुंदरता, हर रही रोग

जागरण संवाददाता, सिरसा : कोरोना काल के दौरान लोग अपने घरों की छत व बॉलकनी पर सजावटी पौधों के साथ साथ औषधीय पौधों को भी स्थान देने लगे है। वर्तमान में घरों में तुलसी, गिलोय, एलोवेरा जैसे औषधीय पौधे भी दिखाई देने लगे है। बरनाला रोड पर धन निरंकारी नर्सरी के संचालक दीपक ने बताया कि कोरोना संक्रमण के औषधीय पौधों की डिमांड खूब बढ़ी है। पहले लोग विदेशी सजावटी पौधों को लगाते थे परंतु कोरोना काल में तुलसी, ऐलोवेरा, नीम, पीपल, बरगद, गुलाब, हल्दी जैसे पौधों की डिमांड कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि औषधीय पौधों से जहां घर हरा भरा सुंदर लगता है साथ ही यह कोरोना संक्रमण, बुखार, इम्यूनिटी बढ़ाने इत्यादि में कारगर साबित हो रहे हैं। ------------- तुलसी का भी हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है। तुलसी के पुष्प, पत्र, बीज और मूल को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अलीकां के प्रभारी डा. सुरेंद्र पाल सिंह ने दी। बुधवार को अपने घर में तुलसी का पौधा रोपित कर विश्व पृथ्वी दिवस को अनोखे अंदाज में मनाते हुए उन्होंने बताया कि कोरोना काल में औषधीय पौधों का महत्व और बढ़ गया हे। उन्होंने तुलसी के गुणों का जिक्र करते हुए कहा कि एक चौथाई चम्मच तुलसी बीज चूर्ण को शहद के साथ चाटने से सिर दर्द में लाभ होता है। त्वचा विकार और दाद में इसकी पत्तियां पीसकर लगाते हैं । सिर के रोगों के लिए इसके पत्ते का रस नाक में डालकर प्रयोग करना चाहिए । वायरल बुखार और पसलियों का दर्द ठीक होता है। इसके अलावा तुलसी सर्व रोग नाशक है। --------- नवदीप ने पौधारोपित कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश होली स्टार स्कूल बप्पां की 11वीं कक्षा की छात्रा नवदीप कौर अलीकां ने विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में अपने घर पर छायादार पौधा रोपित कर जागरूकता का संदेश दिया। छात्रा नवदीप कौर ने कहा कि पौधारोपण वर्तमान समय की मांग है। पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सबको योगदान देना होगा तभी पर्यावरण प्रदूषण की समस्या से निजात मिलेगी। ---------- औषधीय पौधे को बढ़ावा दे रहा है वन विभाग जिला वन अधिकारी रामकुमार ने बताया कि जिले में इस बार 12 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है, इनमें छह लाख पौधे किसानों के खेतों में लगाएंगे। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा बड़ी मात्रा में औषधीय पौधों की भी पौध तैयार की गई है, जिनमें आंवला, नीम, तुलसी, सतावर, अश्वगंधा, कालमेघ, एलोवेरा इत्यादि शामिल है। आम लोगों से भी आह्वान है कि वे औषधीय पौधे लगाने को प्राथमिकता दें ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ उनके औषधीय गुणों का भी लाभ लिया जा सके।

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