हत्या मामले में पति को उम्रकैद, दो अन्य भी सजा से दंडित
पत्?नी की हत्या करके शव जलाने के मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय ने पति जेठ व एक अन्य को दोषी करार दिया है। पति दलबीर को उम्रकैद की सजा व 25 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है। मृतका के जेठ लखविद्र सिंह व उसके दोस्त गोपाल को तीन-तीन साल कैद व पांच-पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया है।
जागरण संवाददाता, सिरसा : पत्नी की हत्या करके शव जलाने के मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय ने पति, जेठ व एक अन्य को दोषी करार दिया है। पति दलबीर को उम्रकैद की सजा व 25 हजार रुपये का जुर्माना किया गया है। मृतका के जेठ लखविद्र सिंह व उसके दोस्त गोपाल को तीन-तीन साल कैद व पांच-पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया है।
न्यायालय में चले अभियोग के अनुसार सदर सिरसा पुलिस ने तीन अप्रैल 2018 को मृतका के भाई के बयान पर केस दर्ज किया था। छतीसगढ़ के जिला रायपुर निवासी हरप्रीत कौर की शादी 17 दिसंबर 2006 को सिरसा के कंगनपुर निवासी दलबीर सिंह के साथ हुई थी। दलबीर शराब पीने का आदी रहा है। हरप्रीत कौर उसे शराब पीने से रोकती थी। इसी को लेकर दोनों के बीच मनमुटाव चल रहा था। इसे लेकर दो बार पंचायत भी हुई, पंचायत में दोनों को समझाया भी गया। लेकिन दलबीर ने नशा नहीं छोड़ा। पति-पत्नी के बीच फिर से झगड़ा होने लगा। शिकायत में बताया गया कि 28 मार्च 2018 को दलबीर
सिंह ने अपने भाई लखविद्र सिंह और दोस्त गोपाल व दो अन्य के साथ मिलकर हरप्रीत की गला घोंट कर हत्या कर दी। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। हरप्रीत कौर के भाई शमशेर सिंह निवासी रायपुर को इस हत्या की जानकारी मिली और वह यहां आया तो उसे हत्या करने की जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस में केस दर्ज करवाया गया। आत्महत्या करने की दी जानकारी पुलिस केस के अनुसार कुलजीत ने दलबीर सिंह के बड़े भाई लखविद्र सिंह को फोन करके जानकारी मांगी तो बताया कि हरप्रीत कौर ने फांसी लगाक कर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद शमशेर सिंह छतीसगढ से अपने परिवार को लेकर सिरसा पहुंचा। यहां पता चला कि 28 मार्च 2018 को दलबीर सिंह ने व अन्य ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। पहले हरप्रीत कौर के साथ मारपीट की और चुन्नी से उसका गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। जेठ ने कहा कि हरप्रीत कौर ने फांसी लगाई है। इसके बाद गुपचुप ढंग से शव को कंगनपुर के शमशान घाट में ले जाकर जला दिया। पति ने बताया हार्टअटैक से हुई मौत
शमशेर सिंह ने पुलिस को बताया था कि दो अप्रैल 2018 को उसके बड़े जीजा कुलजीत सिंह ने दलबीर सिंह को फोन करके हरप्रीत के बारे में पूछा। दलबीर ने कुलजीत सिंह को बताया कि हरप्रीत ठीक ठाक है। कुछ देर बाद दलबीर ने कुलजीत सिंह को फोन किया और बताया कि हरप्रीत की 28 मार्च 2018 को हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है।