एसवाईएल पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला लागू नहीं कर रही सरकार : चौटाला
जागरण संवाददाता, सिरसा : विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय ¨सह चौटाला का कहना है कि पिछले 13
जागरण संवाददाता, सिरसा :
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय ¨सह चौटाला का कहना है कि पिछले 13 महीने से सर्वोच्च न्यायालय की ओर से हरियाणा के हक में सतलुज यमुना ¨लक नहर का फैसला दिए जाने के बावजूद भाजपा इसे लागू करवा पाने में नाकाम रही है। इससे भाजपा का कथित तौर पर किसान हितैषी चेहरा उजागर हुआ है।
चौटाला मंगलवार को गांव जमाल में ग्रामीण जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे निरंतर पिछले 16 महीनों से एसवाईएल नहर के निर्माण एवं हरियाणा के हक का पानी दिलाने के लिए संघर्षरत हैं और इस कड़ी में अभी तक राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने से लेकर अंबाला में गिरफ्तारियां देने एवं संसद पर प्रदर्शन किया जा चुका है।
अमित शाह को दिखाएंगे काले झंडे
चौटाला ने कहा कि अब हरियाणा के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण इस मामले में आर-पार की लड़ाई के लिए इनेलो 7 मार्च को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली करेगी। जिसमें केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार पर पूरा दबाव बनाकर हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए उन्हें बाध्य किया जाएगा। चौटाला ने कहा कि 15 फरवरी को आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से पूछा जाएगा कि क्या वे एसवाईएल का फैसला केंद्र से बातचीत कर लागू करवाएंगे। यदि उन्होंने सकारात्मक संदेश दिया तो उनकी बाइक रैली होने दी जाएगी अन्यथा इनेलो उन्हें काले झंडे दिखाकर उनका पुरजोर विरोध करेगी। इस संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दे पर सकारात्मक रूख नहीं रहा तो बहादुरगढ़ से जींद तक सड़क मार्ग पर उनकी बाइक रैली को चलने नहीं देंगे।
दलगत राजनीति से ऊपर उठे नेता
अभय चौटाला ने कहा कि रामलीला मैदान में दादूपुर नलवी नहर के पुन: निर्माण संबंधी प्रदेश के हितों से संबंधित अनेक मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। चौटाला ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से आह्वान किया कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस मुद्दे पर एकजुटता दिखाएं ताकि हरियाणा के हक का पानी किसानों के खेतों तक पहुंचाया जा सके। इससे किसानों का फसल उत्पादन भी बढ़ेगा और उनकी आर्थिक दिक्कतें भी दूर होंगी। इससे पहले उन्होंने गांव बकरियांवाली, निर्बाण, रूपावास, रायपुरिया, कुताना सहित अनेक गांवों में जनसंपर्क किया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष पदम जैन, विधायक मक्खन लाल ¨सगला, रामचंद कंबोज, बलवान ¨सह दौलतपुरिया, पूर्व मंत्री भागीराम, नंदलाल, विनोद बैनीवाल, कृष्णा फौगाट सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।