मलेरिया, डेंगू की रोकथाम के लिए तय होगी सरकारी विभागों की जिम्मेवारी
बदलते मौसम के साथ ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। विभाग ने मलेरि
जागरण संवाददाता, सिरसा :
बदलते मौसम के साथ ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। विभाग ने मलेरिया और डेंगू से बचाव की मुहिम में 35 टीमें फील्ड में उतारी है। इस मुहिम में सरकारी विभागों को भी अब अलर्ट रहना होगा, क्योंकि जिस विभाग की लापरवाही से मच्छर पनपा उसकी रिपोर्ट उपायुक्त को जाएगी।
मलेरिया की रोकथाम में सभी सरकारी विभागों की जिम्मेदारियां तय की गई हैं। जिसमें शहर में फोगिग और साफ- सफाई की जिम्मेदारी नगरपरिषद प्रशासन के पास है, जबकि ग्रामीण इलाकों में यह भूमिका ग्राम पंचायतों को निभानी होगी। पब्लिक हेल्थ विभाग की टीमों को पेयजल कनेक्शन लीकेज का ख्याल रखना होगा, क्योंकि गलियों में पानी जमा रहने से मच्छर पनपता है। लोक निर्माण विभाग को टूटी सड़कों की रिपेयर करवानी होती है। सीएमओ ने एमपीएचडब्ल्यू टीमों की गलियों में जमा पानी पर तेल डलवाने, एंटी लारविल का छिड़काव करवाने या मिट्टी का तेल डालने और लारवा पाए जाने पर फोगिग करवाने की जिम्मेदारियां लगाई गई हैं।
490 जोहड़ों में छोड़ी जाएंगी गंबुजिया मछलियां
मलेरिया एक परजीवी रोगाणु से होता है। ये रोगाणु एनाफिलिज जाति के मादा मच्छर में होते हैं। वहीं डेंगू चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर ज्यादातर स्वच्छ पानी, सूखे कूलर, बिना ढक्कन के टैंक, पुराने टायरों में पानी एकत्रित होने वाले स्थानों पर होते हैं। चौपटा सेमग्रस्त एरिया होने से मलेरिया के संदर्भ में संवेदनशील घोषित कर रखा है। पिछले वर्षों में सबसे ज्यादा केस आए थे। इसलिए जिला के 490 जोहड़ों में स्वास्थ्य विभाग गंबुजिया मछलियां छुड़वाएगा जो मच्छर के लारवा को खाती हैं और मच्छर नहीं पनपने देती।
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साल दर साल गिरा मलेरिया रोगियों का ग्राफ
वर्ष मलेरिया मरीज
2012 2945
2013 1615
2014 603
2015 152
2016 112
2017 56
2018 48
2019 47
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मलेरिया रोकथाम की मुहिम में सरकारी विभागों का सहयोग जरूरी
मलेरिया से मुक्त जिला बनाने की मुहिम जारी है। पिछले वर्षों की तुलना में मलेरिया का ग्राफ गिरा है। विभागीय टीमें लोगों में जागरूकता लाने के प्रयासों में जुटी हैं। इसकी रोकथाम में सभी विभागों का सहयोग अनिवार्य है। प्रशासनिक स्तर पर सभी विभागों की इस मुहिम में ड्यूटी तय हैं। अगर कोई लापरवाही सामने आती है, तो उक्त विभाग की रिपोर्ट डीसी को सौंपी जाएगी।
-डा. सुरेंद्र नैन, सीएमओ सिरसा।