मांगों को लेकर किसान कल उपायुक्त कार्यालय के सामने करेंगे प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 21 मार्च को देशभर में किसानों द्वारा जिले के लघु सचिवालयों व सब डिवीजन कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन करके उपायुक्त के माध्यम से और 25 मार्च को हरियाणा पंजाब के किसानों द्वारा मोहाली में हरियाणा और पंजाब के राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
जागरण संवाददाता, सिरसा: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 21 मार्च को देशभर में किसानों द्वारा जिले के लघु सचिवालयों व सब डिवीजन कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन करके उपायुक्त के माध्यम से और 25 मार्च को हरियाणा पंजाब के किसानों द्वारा मोहाली में हरियाणा और पंजाब के राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के आदेश का पालन करते हुए भारतीय किसान एकता बीकेई प्रधान लखविद्र सिंह औलख ने सिरसा जिला के किसानों को 21 मार्च को लघु सचिवालय के समक्ष इकट्इा होने का आह्वान किया। सरदार औलख ने बताया कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड के मुख्य आरोपित केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टैनी के बेटे को इतने बड़े संगीन जुर्म में भी बेल मिलना किसानों के साथ बेइंसाफी है। सरकार की तरफ से किसानों के साथ किए गए वादे जैसे एमएसपी गारंटी कानून पर कमेटी बनाना और अन्य लिखित मांगें अभी तक पूरी नहीं की गई हैं। इसलिए दिल्ली के बार्डरों से उठने के बाद भी किसानों को आंदोलन करने पड़ रहे हैं। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड से हरियाणा, पंजाब राज्यों के अधिकार खत्म करने के विरोध में और पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा सिख इतिहास छेड़छाड़ मामले में अपराधियों पर कार्रवाई न होने के विरोध में 25 मार्च को मोहाली का प्रोग्राम रखा गया है। इस कार्यक्रम के लिए भारतीय किसान एकता की टीम 25 मार्च की सुबह छह बजे सिरसा से मोहाली के लिए रवाना होगी। इसी विषय पर शुक्रवार को मोहाली के गुरुद्वारा अंब साहिब में बैठक हुई, जिसमें बीकेई सहित हरियाणा, पंजाब, राजस्थान की किसान जत्थेबंदियों ने भाग लिया।
इस मौके पर किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा, गुरलाल भंगू, लखविद्र सिंह औलख, जगजीत सिंह डल्लेवाल, शिव कुमार कक्का, डा. दर्शनपाल, अमरजीत मोहरी, बलजिद्र सिंह, हरिद्र सिंह लखोवाल, बलवंत सिंह बहरामके, बलदेव सिंह जीरा, जरनैल रतिया, गुरदास लकड़ांवाली, इंद्रजीत रोहतक, दलजीत चहल किसान नेता मौजूद रहे।