फसल का पंजीकरण करवाने में रुचि नहीं दिखा रहे किसान
फसलों को किसान सरकारी समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए आनलाइन पंजीकर
संवाद सहयोगी, रानियां :
फसलों को किसान सरकारी समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए आनलाइन पंजीकरण करवाने की योजना में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। हालांकि मार्केटिग बोर्ड के कर्मचारी गांवों में जाकर फसलों को आनलाइन पंजीकरण कर रहे हैं। सरल केंद्रों पर भी किसानों की फसल आनलाइन रजिस्टर्ड करने सुविधा है। मेरी फसल मेरा ब्यौरा साइट के तहत ऑनलाइन करने की अंतिम तिथि 15 जनवरी है। अभी तक क्षेत्र के 25 फीसद किसानों ने अपनी फसल का ऑनलाइन ब्यौरा दर्ज करवाया है। सरसों का समर्थन मूल्य है 4425 रुपये
ऑनलाइन ब्योरा दर्ज करवा कर किसान सरकार को सरसों की फसल 4425 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेच सकते हैं। बीते वर्ष सरकार ने सरसों की फसल 4200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी थी जो इस वर्ष 225 रुपये क्विंटल बढ़ा कर 4425 रुपये कर दी है। 22075 एकड़ का ब्योरा हुआ ऑनलाइन
रानियां क्षेत्र में 3565 किसानों ने 22075 एकड़ में बिजाई की गई फसल का ब्योरा दिया है। जबकि रानियां मार्केट कमेटी क्षेत्र में 90284 एकड़ में फसलों की बिजाई होती है। जिसमें सबसे ज्यादा गेहूं व सरसों की फसल ही होती है। अभी तक कुल 68209 एकड़ की फसल का ब्योरा अपलोड होना बाकी है। आन लाइन ब्यौरा अपलोड करने के लिए पहले 31 दिसंबर अंतिम तिथि थी जो बढ़ा कर 15 जनवरी कर दी गई थी। बिना पंजीकरण नहीं बिकेगी समर्थन मूल्य पर फसल
अगर किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करवाया है। ऐसे किसानों की फसल इस बार नहीं बिकेगी। मार्केट कमेटी कार्यालय के सभी कर्मचारियों को गांवों में नियुक्तियां कर अधिक से अधिक किसानों का आनलाइन पंजीकरण करवाने के लिए लगाया हुआ है। मगर अभी तक एक चौथाई किसानों ने ही पंजीकरण करवाया है।
चरणजीत सिंह गिल, सचिव, मार्केट कमेटी, रानियां