सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्ति के बाद समाजसेवा में जुटे हैं कर्मचारी
सरकारी विभागों में लगे अनेक कर्मचारी दोस्तों ने एक दिन विचार कि
जागरण संवाददाता, सिरसा : सरकारी विभागों में लगे अनेक कर्मचारी दोस्तों ने एक दिन विचार किया कि सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे। तभी एक ने ख्याल दिया कि क्यों न पुण्य कर्म बैंक खोले, जिसके माध्यम से रोजाना लंगर लगाकर जरूरतमंदों की सेवा करेंगे। समाज सेवा कर हमारा समय व्यतीत हो जाएगा और लोगों का भला होगा। जिस समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है, उसे सेवा कार्यों के माध्यम से लौटाया जाए। बस इसी सोच को मूर्त रूप प्रदान करते हुए करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने श्री रामा पुण्य कर्म बैंक का निर्माण किया। जिसमें रोजाना गरीब लोगों के लिए लंगर की सेवा शुरू की। तब से यह सेवा निरंतर चल रही है। जनता भवन रोड पर रामा क्लब चेरिटेबल ट्रस्ट के मंच पर हर रोज 150 से 200 लोगों को भोजन करवाया जाता है। इस नेक कार्य में जुटे सेवानिवृत्त कर्मचारी सेवा भाव से सेवा करते हैं। रोटी सब्जी बनाने, बाजार से सब्जियां, मसाले इत्यादि लाने व लंगर वितरित करने इत्यादि कार्यों के साथ साथ इस लंगर सेवा को अनवरत जारी रखने के लिए कर्मचारी आर्थिक रूप से भी सहयोग करते हैं। सेवानिवृत्त साथियों के साथ शुरू किया पुण्य कर्म बैंक
श्री रामा पुण्य कर्म बैंक की स्थापना 30 जून 2017 को हुई। इस दिन यूको बैंक में हेड कैशियर गुलशन गाबा रिटायर्ड हुए और इसी दिन से अपने कुछ साथियों के साथ पुण्य कर्म बैंक बनाकर समाज सेवा से जुड़ गए। उनके अलावा केनरा बैंक से सेवानिवृत्त अकाउंटेंट नरेश छाबड़ा, सामान्य अस्पताल से सेवानिवृत्त डा. बलवान, सेवानिवृत्त इलेक्ट्रिशियन सुभाष गाबड़ी, क्लर्क राम स्वरूप, बिजली निगम से रिटायर्ड जेई ईश्वर दास, रिटायर्ड एफसीआइ प्रबंधक सुरेश मोंगा, ऑरिएंटल इंश्योरेंस प्रबंधक सतीश मक्कड़, पूर्व सरपंच पवन ढाबां, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व प्रबंधक शुभम मित्तल जुड़ गए इसके साथ ही शहर के अनेक व्यापारी भी इस पुनित कार्य में आगे आए, जिनमें मदन लाल गुलाटी, सुरेश अनेजा, संत लाल गुंबर, संत लाल लायलपुरिया, कृष्ण मेहता, सुरेंद्र छाबड़ा, सतीश कोचर, राकेश मदान,ओमप्रकाश लूना, विजय ऐलाबादी, हाकम राय मेहता, राजकुमार खुराना, अश्विनी बठला शामिल है। दूसरों को भी समाजसेवा के लिए करते हैं प्रेरित
श्री रामा पुण्य बैंक के माध्यम से सभी पदाधिकारी रोजाना लंगर की सेवा तो करते ही हैं साथ ही इस बैंक के माध्यम से रिश्ते करवाने व शहर में निशुल्क जलसेवा करने का भी प्रबंध है। इस संस्था से जुड़े सदस्य खुद तो समाजसेवा में लगे ही हुए हैं साथ ही दूसरों को भी प्रेरित करते हैं। गुलशन गाबा कहते हैं कि संस्था से जुड़े सदस्य अपने परिचितों व रिश्तेदारों को जन्मदिन व जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को जरूरतमंदों के साथ मनाने की सलाह देते हैं। लोग अपने बच्चों का जन्मदिन व बड़े बुजुर्गों की पुण्यतिथि इत्यादि यहां आकर मनाने लगे हैं तथा सुखद अहसास करते हैं।