शिक्षा विभाग के अधिकारी पुस्तकों को लेकर असमंजस में
कोरोना संक्रमण को लेकर सरकारी व निजी स्कूलों अवकाश किया हुआ है।
महेंद्र सिंह मेहरा, सिरसा: कोरोना संक्रमण को लेकर सरकारी व निजी स्कूलों अवकाश किया हुआ है। शिक्षा का नया सत्र जून माह से शुरू हो जाएगा। स्कूलों में अभी तक विद्यार्थियों की पाठ्यक्रम पुस्तकें नहीं भेजी गई है। जबकि स्कूलों से विद्यार्थियों की जानकारी लेने के बाद विभाग के पास दिसंबर 2020 में डिमांड भेज दी गई। स्कूलों में फरवरी माह में पुस्तक भेजी जानी थी। स्कूलों में अभी तक पुस्तकें नहीं भेजे जाने से शिक्षा विभाग के अधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं। गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग द्वारा ही पाठ्यक्रम पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाती है। शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद देरी से पुस्तकें पहुंचती थी। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होती थी। इसी को लेकर शिक्षा विभाग ने पिछले शिक्षा सत्र से पहले पुस्तकें भेजने का प्लान तैयार किया। जिसके लिए दिसंबर माह से ही पुस्तकों की डिमांड मांगी गई। पांच फीसद वृद्धि कर भेजी जानी है पुस्तकें
सरकारी स्कूलों में पिछले शिक्षा सत्र में नामांकन बढ़े है। इस हिसाब से स्कूलों में पांच फीसद विद्यार्थियों की संख्या वृद्धि के हिसाब से भेजी जानी थी। इसके लिए स्कूलों में एमआइएस पोर्टल पर विद्यार्थियों की संख्या ली गई है। इस के साथ स्कूलों से छात्रों की संख्या बढ़ने पर डिमांड मांगी गई है। स्कूलों से भेजी गई पाठ्यक्रम पुस्तकों की डिमांड
कक्षा हिदी माध्यम की पुस्तकों की संख्या
पहली कक्षा 2022
दूसरी कक्षा 2069
तीसरी कक्षा 2867
चौथी कक्षा 3039
पांचवी कक्षा 3127
छठी कक्षा 12521
सातवीं कक्षा 11619
आठवीं कक्षा 12343 शिक्षा के नए सत्र में विद्यार्थियों को देने के लिए अभी तक पाठ्यक्रम पुस्तकें नहीं आई है। पुस्तकों की डिमांड दिसंबर माह मे भेजी गई। स्कूलों में फरवरी माह तक पुस्तकें मिलनी थी। जिससे विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाने में आसानी हो सके।
शशि सचदेवा, सहायक जिला परियोजना अधिकारी, समग्र शिक्षा अभियान