5 माह बाद बिजली बिलों का वितरण, इकट्ठा बिल भरने में उपभोक्ता परेशान
संवाद सहयोगी रानियां शहर के बिजली बिलों की व्यवस्था को आरएपीडीआरपी योजना में शामिल कर
संवाद सहयोगी, रानियां: शहर के बिजली बिलों की व्यवस्था को आरएपीडीआरपी योजना में शामिल करने की प्रक्रिया के दौरान स्थानीय उपभोक्ताओं को पिछले 5 माह से बिल नहीं मिल पा रहे थे। विभाग द्वारा इस योजना के पूरा हो जाने के बाद 5 महीने के बिल एकसाथ भेजे जा रहे हैं। भारी भरकम बिजली के बिल आने के कारण उपभोक्ताओं को एकमुश्त बिल भरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि रानियां बिजलीघर को आरएपीडीआरपी योजना के तहत जोड़ा गया है, जिसके कारण पूरा डाटा हिसार मुख्यालय से जोड़ा गया है। इससे अब रानियां बिजलीघर का सारा कंट्रोल हिसार में हो गया है। जून में आरंभ किया गया कार्य इसी माह पूरा संपन्न हुआ है और उपभोक्ताओं को बिजली बिलों का वितरण किया जा रहा है। भारी भरकम बिजली बिल देखकर उपभोक्ताओं में भी इन्हें भरने को लेकर बेचैनी है। दुकानदार नरेश कुमार ने बताया कि उसका बिजली का बिल 7 हजार रुपये आया है जबकि कोविड-19 के कारण व्यवसाय भी इतना अच्छा नहीं है। ऐसे में उसे बिजली बिल भरने में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहीं घरेलू उपभोक्ताओं का कहना है पूरे गर्मी के सीजन का बिल अब एक साथ आ रहा है और गर्मी के कारण पंखे, कूलर व एसी इत्यादि चलने के कारण घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली मीटर की रीडिग काफी अधिक हो गई है। ऐसे में 12 हजार से 25 हजार रुपये तक के बिल आ रहे हैं।
डाटा हिसार मुख्यालय से जोड़ने के कारण हुआ विलंब
इस संदर्भ में बिजली निगम के उपमंडल अभियंता भागीरथ खिच्ची ने बताया कि रानियां सब डिविजन में लगभग 21 हजार उपभोक्ता हैं और उन्हें दो सर्किल में बांटकर दो बार बिल आते हैं। पूरा डाटा हिसार मुख्यालय से जोड़ने के कारण बिलों का वितरण विलंब से हो रहा है। नए बिलों से निगम को लगभग अढ़ाई करोड़ रुपये की वसूली हो चुकी है। इसके अलावा यदि किसी उपभोक्ता को एकमुश्त बिजली का बिल भरने में कोई दिक्कत आती है तो वे उस उपभोक्ता को किस्तों में भी बिल भरने की सुविधा दे रहे हैं। उपभोक्ता को सरचार्ज भी शेष बची राशि पर ही लगेगा।