धर्म व संस्कृति से दुनिया में देश की अलग से पहचान: डा. कायत
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव संपन्न हुआ। महोत्सव को लेकर बाजार में शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कायत ने रवाना किया। विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा निकाली गई भव्य शोभा यात्रा गीतामय कर दिया। शोभा यात्रा का शहर वासियों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया, फूल बरसाए गए, गीता के श्लोकों का व्याख्यान किया गया, जगह-जगह गीता की आरती की गई।
जागरण संवाददाता, सिरसा:
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव संपन्न हुआ। महोत्सव को लेकर बाजार में शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कायत ने रवाना किया। विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा निकाली गई भव्य शोभा यात्रा गीतामय कर दिया। शोभा यात्रा का शहर वासियों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया, फूल बरसाए गए, गीता के श्लोकों का व्याख्यान किया गया, जगह-जगह गीता की आरती की गई। यात्रा जनता भवन रोड होते हुए, रोड़ी गेट, पुरानी सब्जी मंडी, सुभाष चौक, रोड़ी बाजार, शहीद भगत ¨सह चौक, हिसारिया बाजार, परशुराम चौक, हिसार रोड, ओवर ब्रिज के ऊपर से बरनाला रोड, बाल भवन, बाबा भूमणशाह चौक से बाईपास रोड होते हुए चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हॉल में संपन्न हुई।
--- भारत गीता की धरती
शोभायात्रा का रवाना करते हुए मुख्यातिथि सीडीएलयू के कुलपति प्रो. विजय कायत ने कहा कि भारत गीता की धरती है। यहां का धर्म व सांस्कृतिक मूल्य भारत को दुनिया में अद्वितीय राष्ट्र बनाते हैं। हमारे देश की नींव भाईचारे, आपसी प्रेम व सांस्कृतिक मूल्यों पर टिकी है। इस विरासत रूपी सांस्कृतिक धरोहर को गीता महोत्सव के जरिये आगे बढ़ाने का जो प्रयास मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में किया जा रहा है, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमने ऐसे देश में जन्म लिया है, जहां धर्म व संस्कृति भारत को दुनिया में एक अलग पहचान देती है। हमने हर क्षेत्र में उन्नति की है, चाहे धर्म हो या फिर संस्कृति सबको आगे बढाया है। उन्होंने कहा कि इन्हीं सांस्कृतिक मूल्यों को आगे बढाने का प्रयास अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के माध्यम से प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है।
डा. कायत ने कहा कि महाभारत में भगवान श्री कृष्ण द्वारा जो ज्ञान दिया गया है, वह पूरी मानवता के लिए है अर्जुन तो केवल माध्यम थे। गीता सत्य व धर्म का संदेश देती है। हमें गीता के संदेश की अनुपालना करते हुए सत्य व धर्म के साथ खड़े होने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधर्म व असत्य का साथ ना दें। जब-जब धरती पर पाप बढता है, तब-तब भगवान इनका सर्वनाश करने के लिए अवतरित होते हैं। इस अवसर पर श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय से बजरंग पारीक, भारत विकास परिषद से प्रधान अशोक गुप्ता, रमेश गोयल, सुमन मित्तल, लेखराज सचदेवा, गुलशन ढाबा, राजीव बंसल, चंद्र शेखर मेहता, नरेंद्र योगी व चंद्रपाल योगाचार्य मौजूद थे। -- गांव में निकाली झांकी
संवाद सहयोगी, नाथूसरी चौपटा
गांव माखोसरानी में ग्राम पंचायत के सहयोग से मंगलवार को खंड स्तरीय गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पंच सरपंचों को गीता का संदेश पढ़कर सुनाया गया। स्कूल के मुख्यअध्यापक कंवलजीत बैनीवाल व सरपंच प्रतिनिधि सुभाष कासनियां ने कहा कि हमें अच्छे कर्म करने चाहिए, फल की चिन्ता न करें। उधर गांव साहुवाला के राजकीय स्कूल में गीता जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में गीता पर आधारित श्री कृष्ण अर्जुन के उपदेश को बच्चों ने झांकियों के द्वारा समझाया गया।
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देशभक्ति गीत ने बांधा सामां
संवाद सहयोगी, बड़ागुढ़ा
अनाज मंडी में आयोजित खंड स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तीसरे दिन पंचायत समिति बड़ागुढ़ा के चेयरमैन गुर¨वद्र ¨सह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। जीपीएस सुखचैन के छात्राओं ने फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी देश भक्ति गीत पेश किया। रघुआना स्कूल के छात्रों ने पंजाबी भंगड़ा, कर्मगढ़ के छात्रों ने जंगी राम की हवेली नाटक प्रस्तुत किया।