सैंपलिग बढ़ाई तो सामने आने लगे कोरोना पॉजिटिव
जिले में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक टीम के रूप
जागरण संवाददाता, सिरसा : जिले में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक टीम के रूप में काम कर रहा है। संक्रमण का पहला केस मिलने से लेकर अब तक स्वास्थ्य विभाग प्रशासन के साथ मिलकर रणनीति के अनुसार काम कर रहा है। जिसका असर भी देखने को मिल रहा है। विभाग ने सैंपलिग की रफ्तार तेज की, ताकि ऐसे लोगों का पता लगाया जा सके, जिनमें लक्षण नहीं हैं परंतु वे संक्रमित है। परिणाम स्वरूप रोजाना बड़ी तादाद में संक्रमित मिल रहे हैं। अब तक 63,744 लोगों की जांच हो चुकी हैं, जिनमें से 3061 लोग पॉजिटिव मिल चुके हैं। परंतु राहत भरी बात यह है कि जिले में रिकवरी रेट बेहतर है, अब तक 1891 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। अब तक 48 लोगों की मौत भी हो चुकी है, इनमें कई युवा भी शामिल रहे हैं।
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जेसीडी व डेरा अस्पताल में बनाए कोविड केयर सेंटर
कोरोना संक्रमित मरीजों का जेसीडी अस्पताल, डेरा सच्चा सौदा के अस्पताल में बनाए कोविड केयर सेंटरों में उपचार किया जा रहा है। जहां 100-100 बेड की सुविधा मौजूद है। डेरा अस्पताल में आपात स्थिति में 100 अतिरिक्त बेड रखे जा सकते हैं। विभाग द्वारा डेरा अस्पताल के अलावा संजीवनी अस्पताल व मेडिसिटी अस्पताल में पेड सेवाएं भी शुरू की गई हैं, जहां संक्रमित मरीज सरकार द्वारा निर्धारित फीस देकर निजी सेवाएं भी ले सकता है। इसके अलावा आइएमए से जुड़े सभी अस्पतालों को निर्देश दिये गए हैं कि आपात स्थिति में सभी अस्पतालों में 10 फीसद बेड संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगे। ऐलनाबाद में संक्रमितों के लिए धर्मशाला का प्रबंध किया गया है वहीं डबवाली में एक कॉलेज चिन्हित किया गया है। वहीं आपात स्थिति में डेरा सच्चा सौदा, राधा स्वामी डेरा के पंडाल भी लिए जा सकते हैं।
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नागरिक अस्पताल में शुरू हुई आरटीपीसीआर लैब
कोरोना संक्रमण के दौरान नागरिक अस्पताल में भी चिकित्सा सुविधाएं बढ़ी है। शुरुआत में ट्रयूनॉट सैंपलिग शुरू हुई। इसके बाद अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब स्थापित हुई हैं जहां रोजाना करीब 500 लोगों के सैंपलों की जांच हो सकती है। अस्पताल में वर्तमान में वेंटीलेटरों की तादाद बढ़कर 14 हो चुकी है, जबकि पहले यहां दो ही वेंटीलेटर थे। जिले में 22 एंबुलेंस हैं।
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सिरसा को चार हिस्सों में बांटा
नागरिक अस्पताल में कोविड कंट्रोल रूम बनाया गया हैं, जहां से जिलेभर की स्थिति की समीक्षा की जा सकती है। बात सिरसा शहर की करें तो इसे चार भागों में बांटकर टीमों की अलग अलग ड्यूटी लगाई गई है। जिस भी एरिया में संक्रमण के केस आते हैं, टीम वहां पहुंचकर सैंपलिग व सर्वे करती है। ऐसा ही प्रबंध जिले के अन्य भागों में किया है। जिले में करीब 65 से अधिक ऐसे क्षेत्र हॉटस्पॉट मिले हैं जिनमें संक्रमण के केस ज्यादा आ रहे हैं
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सर्वे पर जोर दे रहा है विभाग
संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सैंपलिग बढ़ाई गई है। वर्तमान में 1000 से लेकर 1500 तक लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। अगर आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो बीते महीने 20 अगस्त तक 33,339 लोगों के सैंपल किए गए थे जबकि सितंबर में 20 तारीख तक जिले भर में 63,744 लोगों के सैंपल लिये जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक करीब 60 फीसद ऐसे लोगों की जांच हो चुकी है जो संक्रमितों के संपर्क में आए थे। विभाग का दावा है कि कांट्रेक्ट ट्रेसड का फीसद 99 है। विभाग सिरसा के अलावा डबवाली व ऐलनाबाद के अस्पतालों में संक्रमितों के सैंपल ले रहा है इसके अलावा सभी सीएचसी व पीएचसी में भी सैंपल लिए जा रहे हैं। विभाग द्वारा 35 टीमों का गठन किया गया है विभिन्न इलाकों में रेंडमली और पॉजिटिव मिले मरीजों के क्षेत्रों में जाकर संदिग्धों के सैंपल ले रही है।
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मरीजों को किया जा रहा है होम आइसोलेट
अगस्त महीने के बाद जिले में संक्रमण तेजी से फैलने लगा। जिसके बाद विभाग ने संक्रमितों के घरों की जांच पड़ताल करने के बाद उन मरीजों को होम आइसोलेशन करना शुरू कर दिया, जिनके रहने के लिए अलग से कमरा हो और शौचालय हो। वर्तमान में 886 लोग होम आइसोलेशन में हैं। पॉजिटिव मरीज को घर में ही रहना होता है और घर के बाहर होम क्वारेंटाइन का नोटिस चस्पा होता है। संक्रमित मरीज को विभाग दवाइयों की एक किट देता है, जिसमें इम्यूनिटी बढ़ाने, संक्रमण रोकने की दवाइयां व मास्क होते हैं। इसके अलावा रोजाना मरीज से मोबाइल पर संपर्क कर हाल चाल जाना जाता है।
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कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जिला में बेहतर प्रबंध किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग टीम वर्क के रूप में काम कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप अब तक 65 फीसद मरीज ठीक हो चुके हैं, अधिकतर मरीज सिरसा में ही स्वस्थ हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करते हुए कोरोना संक्रमण को रोकने में जुटे हैं। आम लोगों से अपील है कि जिन्हें आशंका है कि संक्रमित है वे अपना सैंपल जरूर करवाएं, आपकी लापरवाही अपनों पर ही भारी पड़ सकती है।
- डा. सुरेंद्र नैन, सिविल सर्जन, सिरसा