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पंजाब से सटे खरीद केंद्रों में व्यवस्थाएं गौण, गंदगी में ढेरी करना पड़ रहा अनाज

डबवाली पंजाब से सटे खरीद केंद्रों में हालात बहुत बुरे है। केंद्र मूलभूत सुवि

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 07:32 AM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 07:32 AM (IST)
पंजाब से सटे खरीद केंद्रों में व्यवस्थाएं गौण, गंदगी में ढेरी करना पड़ रहा अनाज
पंजाब से सटे खरीद केंद्रों में व्यवस्थाएं गौण, गंदगी में ढेरी करना पड़ रहा अनाज

संवाद सहयोगी, डबवाली : पंजाब से सटे खरीद केंद्रों में हालात बहुत बुरे है। केंद्र मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे है तो वहीं मेरी फसल, मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण के बावजूद किसानों का अनाज मिट्टी में मिल रहा है। देसूजोधा खरीद केंद्र पर समय पर उठान न होने से गंदगी के बीच गेहूं ढेरी करना किसानों की मजबूरी बन गया है। उठान के लिए वाहन मौजूद है। लेकिन गेट पास जारी नहीं हो रहा। होगा भी कैसे, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने एक कर्मचारी नियुक्त कर रखा है। कुर्सी पर बैठे कर्मचारी के आगे प्रिटर पड़ा है। लेकिन बिजली की व्यवस्था नहीं है। इसके चलते किसानों को टोकन नहीं मिल रहे है। यहीं स्थित खरीद केंद्र चट्ठा की है। अनाज, किसान, बारदाना, ट्रांसपोर्ट के साधन मौजूद है। कमी है तो मूलभूत सुविधाओं की, खरीद एजेंसियों के अधिकारियों की। ----- सप्ताह भर से टोकन का इंतजार सुबह के करीब 10.41 बजे है। इस वक्त हम मौजूद है देसूजोधा खरीद केंद्र पर। चारों ओर बारिश में भीगी गेहूं नजर आ रही है। गेहूं की ढेरियों के साथ-साथ अनाज से भरे कट्टे नजर आ रहे हैं। किसान गुरचरण सिंह, इकबाल सिंह, भोला सिंह, राम सिंह, नगिद्र सिंह का कहना है कि वे करीब एक सप्ताह से यहां बैठे है। उनको टोकन आज तक जारी नहीं हुआ है। अव्यवस्था के कारण फसल बारिश में भीग रही है। फसल खराब होने पर संबंधित एजेंसी जिम्मेवार होगी। पहले बारदाने की कमी के कारण खरीद रुकी रही, अब गेहूं में नमी बढ़ने के कारण खरीद रोक रखी है। हालात यह हैं कि नमी मापने के लिए किसी के पास कोई साधन नहीं है। एजेंसी वाले आते हैं, गेहूं चबाकर चले जाते हैं। किसानों के साथ मजदूर पप्पी ने बताया कि पीने के पानी सहित अन्य व्यवस्था भी नहीं है। मंडी में 10 आढ़ती फर्म कार्यरत हैं। ---- चट्ठा में स्थिति खराब पंजाब सीमा से महज एक किलोमीटर दूर गांव चट्टा में खरीद केंद्र है। कस्तूरबा गांधी बालिका बालिका से सटा हुआ खरीद केंद्र गेहूं से भरा-भरा सा नजर आ रहा है। इस बार यहां छह आढ़ती फर्म कार्यरत है। न उठान है, न खरीद। किसान परेशानी में रात गुजार रहे है। किसान सुखदेव सिंह, कौर सिंह ने बताया कि खरीद केंद्र पर हर वर्ष करीब 70 हजार कट्टे आते हैं। यहां शेड का प्रबंध नहीं है। रात को आई बारिश में गेहूं भीग गई। वे पांच दिनों से खरीद का इंतजार कर रहे है। बुधवार को नमी की अधिकता का बहाना करके खरीद एजेंसी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने पुन: बोली से इंकार कर दिया। ---- डिपो संचालक को दे रखा है संचालन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने पंजाब से सटी मंडियों का कार्यभार डबवाली के एक राशन डिपो संचालक को दे रखा है। किसानों ने आरोप लगाया कि खरीद एजेंसी के कर्मचारी या अधिकारी कभी कभार आते हैं। इस वजह से मंडी की स्थिति खराब है।

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