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अजय-अभय ने अपने-अपने ढंग से बनाया था तेजाखेड़ा फार्म हाउस

ईडी ने जिस तेजाखेड़ा फार्म हाऊस को सीज किया है। उसे पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला तथा अभय सिंह चौटाला ने अपने-अपने ढंग से बनाया था। फार्म हाऊस के जिस हिस्से को सीज किया गया है उसका निर्माण अभय सिंह ने करवाया था। बताया जाता है कि वर्ष 197

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 11:53 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 06:20 AM (IST)
अजय-अभय ने अपने-अपने ढंग से बनाया था तेजाखेड़ा फार्म हाउस

संवाद सहयोगी, डबवाली। ईडी ने जिस तेजाखेड़ा फार्म हाउस को सीज किया है। उसे पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला तथा अभय सिंह चौटाला ने अपने-अपने ढंग से बनाया था। फार्म हाउस के जिस हिस्से को सीज किया गया है, उसका निर्माण अभय सिंह ने करवाया था। बताया जाता है कि वर्ष 1978 में फार्म हाउस की जमीन पर पोल्ट्री फार्म चलता था। समयानुसार देवीलाल परिवार बंटता चला गया तो फार्म हाउस चौटाला परिवार के कब्जे में आ गया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला खेत में ढाणी बनाकर रहने लगे थे। वर्ष 1987 में सरकार बनने से पूर्व ओपी चौटाला का पूरा परिवार फार्म हाऊस में शिफ्ट हो गया था। पुराना हिस्सा आज भी जस का तस खड़ा है। इस हिस्से का निर्माण अजय सिंह ने करवाया था। वर्ष 1999 में पुन: सरकार आई तो नये हिस्से (सीज किया भाग) का निर्माण अभय सिंह ने करवाया था। इस हिस्से में स्वीमिग पूल भी बनाया गया था। लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ तो उसे खत्म कर दिया गया।

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राजस्थानी कला का उदाहरण है फार्म हाउस पारिवारिक सूत्र बताते हैं कि फार्म हाउस राजस्थानी कला का बेहतरीन उदाहरण है। छत पर पेंटिग की हुई है। वैसे तो फार्म हाउस चार एकड़ में बना है। वर्ष 1999 में बने दो मंजिला आवासीय मकान में पांच कमरे हैं। ग्राऊंड फ्लोर पर दो बेडरूम हैं, एक ड्राईंग रूम है। किचन बनी हुई है। तो ऊपरी मंजिल पर तीन बेडरूम हैं। कभी हम यहीं ड्यूटी करते थेईड़ी के साथ

सिरसा पुलिस लाइन से आए हरियाणा पुलिसकर्मी चर्चा करते नजर आए। एक पुलिसकर्मी ने कहा कि मुझे याद है सरकार का वो दौर, जब पांच-पांच किलोमीटर तक पुलिस तैनात हुआ करती थी। मैंने भी कभी यहीं ड्यूटी की थी, तो दूसरा तपाक से बोल पड़ा कि मुझे भी वो दिन याद है। जब देश के वीवीपीआइ ओपी चौटाला से मिलने आया करते थे। टाइमलाइन

- सुबह 10 बजे ईडी की टीम डबवाली के लघु सचिवालय में पहुंच गई थी। सुबह 10.45 बजे ईडी को पुलिस तथा केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल पहुंचने की सूचना मिली तो फोरी तौर पर टीम लघु सचिवालय से बाहर आई और चौटाला की ओर चल दी।

- सुबह 11.20 बजे टीम तेजाखेड़ा गांव में पहुंची। फार्म हाउस में मैनेजर गोपाल मौजूद था।

- सुबह 11.30 बजे टीम ने गोपाल को कार्रवाई का नोटिस थमाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी।

- सुबह 11.30 बजे सीआरपीएफ ने फार्म हाउस के चप्पे-चप्पे को घेर लिया।

- सुबह 11.45 बजे अभय सिंह के करीबी कुलदीप गोदारा फार्म हाउस में पहुंचे।

- दोपहर 12.00 बजे टीम अपने साथ लैपटॉप, प्रिटर लेकर आई थी। गाड़ी में से सामान उठाकर भीतर लेजाया गया।

- दोपहर 12.15 बजे अभय सिंह के करीबी पीके गोदारा फार्म हाउस में आए।

- दोपहर 12.20 बजे टीम ने बात करने से इन्कार करते हुए पीके गोदारा को वापस लौटा दिया।

- दोपहर 12.50 बजे चौटाला परिवार के एडवोकेट कुलदीप सिंह सिधू तथा केके सेठी फार्म हाऊस पर पहुंचे। सीआरपीएफ ने उन्हें भीतर नहीं जाने दिया।

- दोपहर 12.57 बजे ओपी चौटाला की प्रॉपर्टी अटैच करने का नोटिस फार्म हाउस के मुख्य गेट के सामने लगा दिया।

- दोपहर 1.26 बजे ईडी की दो सदस्यीय टीम फार्म हाउस के बाहर आई। कार्रवाई के संबंध में सहायक निदेशक नरेश गुप्ता का नोटिस चस्पा कर गई। कुछ देर बाद सहायक निदेशक नरेश गुप्ता ने नोटिस को देखा। पुन: भीतर चले गए।

- दोपहर 2.15 बजे ईडी की टीम फार्म हाउस के एक हिस्से को सीज करने के बाद बाहर निकली।

- दोपहर 2.30 बजे सीआरपीएफ के डीएसपी से बातचीत करने के बाद वापस रवाना हो गई।


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