डकैती के बाद कन्हैया गैंग पर चोरी का केस दर्ज करती थी पंजाब पुलिस
डीडी गोयल, डबवाली दो राज्यों में स्थित सरकारी खरीद एजेंसियों के गोदाम में डकैती करने वाले
डीडी गोयल, डबवाली
दो राज्यों में स्थित सरकारी खरीद एजेंसियों के गोदाम में डकैती करने वाले पंजाब के कन्हैया गैंग का मुखिया जिला तरणतारण के गांव कुल्ला पट्टी निवासी सरजीत उर्फ कन्हैया है। जिसने 13 लोगों को साथ लेकर गैंग बनाया हुआ था। गैंग में सगे भाई दलजीत उर्फ पितू तथा चाचा दलजीत उर्फ पप्पू को भी शामिल किया हुआ था। पुलिस के अनुसार कन्हैया छटा हुआ बदमाश है। डकैती करके अनाज लूटने के आरोप में पंजाब के कपूरथला, फिरोजपुर, फरीदकोट, फाजिल्कां, तरणतारण में करीब एक दर्जन से ज्यादा केस हैं। डकैती करने पर पंजाब पुलिस उस पर चोरी का केस दर्ज करती थी। छोटे अपराध के कारण उसे कुछ समय में जमानत मिल जाती। ऐसे में उसे कानून का भय नहीं रहा। पंजाब पुलिस की कमजोरी के कारण उसने डकैती जारी रखी। पंजाब के बाद पहली बार हरियाणा के चौटाला में वारदात अंजाम दी थी।पुलिस ने चाचा-भतीजा समेत वारदात अंजाम देने वाले ट्रक चालक देवेंद्र तथा सुख¨वद्र को शुक्रवार को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) विशेष गर्ग की अदालत में पेश किया। अदालत ने चारों आरोपियों का सात दिन के लिए पुलिस रिमांड जारी किया। रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद आरोपियों को पुन: 8 दिसंबर ो अदालत में पेश किया जाएगा। प्रारंभिक पूछताछ में गिरोह के बारे में काफी राज खुले हैं।
पुलिस के अनुसार अनाज के गोदाम में डकैती की प्ला¨नग कन्हैया करता था। चौटाला स्थित हैफेड गोदाम की रेकी करने के बाद कन्हैया गैंग के साथ 25 नवंबर की शाम को चौटाला पहुंच गया था। वारदात में प्रयोग किए जाने वाले दो ट्रकों को संगरिया रोड पर होटल के नजदीक खड़ा कर दिया था। ट्रक चालकों के पास अपने चाचा पप्पू तथा भाई पितू को खड़ा करके अपने 9 साथियों के साथ गोदाम की ओर कूच कर गया था। जैसे ही रात करीब साढ़े 10 बजे बिजली गई तो सभी गोदाम में चले गए। चौकीदारों को बंधक बना लिया। कन्हैया चौकीदार का बाइक लेकर होटल पर पहुंचा। वहां खडे़ ट्रकों को लेकर गोदाम में आ गया। ट्रकों में गेहूं भरने के बाद कन्हैया गैंग वापस तरणतारण की ओर कूच कर गया। पुलिस का कहना है कि गेहूं अमृतसर में बेचा गया है।
चालकों को देता चार गुणा ज्यादा किराया
अनाज के सरकारी गोदामों में डकैती की वारदात अंजाम देने के लिए गैंग के सदस्यों को कन्हैया मुंह मांगी कीमत देता था। पुलिस के अनुसार ट्रक का किराया अगर 10 हजार रुपये है तो कन्हैया उन्हें 40 हजार रुपये देता था।
डकैती सुलझाने के लिए सिरसा सीआइए, साइबर सैल की विशेष भूमिका रही है। पकड़े गए आरोपियों को आज अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सभी का सात दिन का रिमांड जारी किया। रिमांड अवधि के दौरान कन्हैया तथा उसकी गैंग में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाकर गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाएगा। वारदात में प्रयुक्त हथियारों तथा वाहनों को बरामद किया जाएगा।
-सुखजीत ¨सह, प्रभारी, पुलिस चौकी, चौटाला