नौनिहालों का सुरक्षा कवच बनेगा पीजीआइ में चाइल्ड स्पेशल आइसीयू
कोरोना की तीसरी संभावित लहर के दौरान बच्चों को इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने पीजीआइएमएस प्रशासन एडवांस तैयारी में जुटा हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए 100 बेड का चाइल्ड स्पेशल आइसीयू बनाया जा रहा है। युवराज सिंह फाउंडेशन ने इस आइसीयू के लिए पीजीआइ को आफर दिया था। पीजीआइ ने इस पर अपनी सहमति जता दी। जिसके बाद युवराज सिंह फाउंडेशन ने इसके लिए जगह देने को पत्र लिखा था।
विक्रम बनेटा, रोहतक:
कोरोना की तीसरी संभावित लहर के दौरान बच्चों को इलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने पीजीआइएमएस प्रशासन एडवांस तैयारी में जुटा हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए 100 बेड का चाइल्ड स्पेशल आइसीयू बनाया जा रहा है। युवराज सिंह फाउंडेशन ने इस आइसीयू के लिए पीजीआइ को आफर दिया था। पीजीआइ ने इस पर अपनी सहमति जता दी। जिसके बाद युवराज सिंह फाउंडेशन ने इसके लिए जगह देने को पत्र लिखा था। उसके बाद पीजीआइ ने पुराना ओटी काम्पलेक्स को इसके लिए चिन्हित किया है। पीजीआइ की ओर से जुलाई के अंत तक आइसीयू शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा पीडियाट्रिक्स विभाग की ओर से बच्चों के इलाज में काम आने वाले सभी उपकरण की सूची भी पीजीआइ प्रशासन ने मांगी है।
-ओटी काम्पलेक्स में रेनोवेशन कार्य शुरू
पीजीआइ की ओर से आइसीयू के लिए जगह पहले लाला श्यामलाल बिल्डिग में तय की गई थी। लेकिन बाद में तय हुआ कि आइसीयू की व्यवस्था पीडियाट्रिक्स वार्ड के नजदीक होनी चाहिए। उसी को ध्यान में रखते हुए पुराना ओटी काम्पलेक्स को खाली करवा कर वहां रेनोवेशन कार्य शुरू करवा दिया गया। बिल्डिग में खराब हो चुकी वायरिग, उखड़े हुए प्लास्टर व रंग-रोगन का कार्य किया जा रहा है। जून माह के अंत तक इसके पूरा कर लिया जाएगा। यह भी होगी सुविधा
पीजीआइ में तैयार होने वाले इस आइसीयू में 10 बेड वेंटिलेटर के रहेंगे। वहीं तीसरी लहर से निपटने के लिए चिकित्सकों की भर्ती भी पीजीआइ प्रशासन की ओर से की जा रही है। चिकित्सकों की यह भर्ती छह माह के लिए रहेगी। इएमटी विभाग के लिए तो पांच पदों को विज्ञापित भी किया जा चुका है। आइसीयू में आक्सीजन पाइप लाइन भी लगाया जाएगा। पीजीआइ प्रशासन ने 1500 आक्सीजन सिलेंडर का स्टाक भी कर लिया है। वर्जन
तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर पीजीआइ प्रशासन पूरी तरह से एक्टिव मोड में है। 100 बेड का चाइल्ड स्पेशल आइसीयू 20 जुलाई के आसपास शुरू करवाने की तैयारी है। छह माह के लिए चिकित्सक भर्ती किए जा रहे हैं। दवाओं व दूसरी चीजों का स्टाक समय रहते पूरा कर लिया जाएगा।
डा. ओपी कालरा, वीसी, पीजीआइ रोहतक।