शराब माफिया को बचाने के लिए कारिदे को कर दिया थाने में पेश
- 9 अप्रैल को आइएमटी थाना पुलिस ने पकड़ा था शराब से भरा ट्रक - मामले में चार आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार पूछताछ में आया था माफिया का नाम सामने - माफिया को बचाने के लिए उसके साथियों ने कारिदे को कर दिया थाने में पेश - पूछताछ में हुआ खुलासा आरोपितों के खिलाफ एक और केस दर्ज जागरण संवाददाता रोहतक शराब से भरे कैंटर के मामले में मुख्य आरोपित को गिरफ्तारी से बचाने के लिए आरोपित पक्ष ने कारिदे को थाने में लाकर पेश कर दिया। मुख्य आरोपित और कारिदे का नाम एक ही था जिसका फायदा आरोपित पक्ष उठाना चाहता था। हालांकि पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हो गया। जिसके बाद पुलिस ने चारों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : शराब से भरे कैंटर के मामले में मुख्य आरोपित को गिरफ्तारी से बचाने के लिए आरोपित पक्ष ने कारिदे को थाने में लाकर पेश कर दिया। मुख्य आरोपित और कारिदे का नाम एक ही था, जिसका फायदा आरोपित पक्ष उठाना चाहता था। हालांकि पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हो गया। जिसके बाद पुलिस ने चारों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह था मामला : 9 अप्रैल को आइएमटी थाना पुलिस खरावड़ बाईपास पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान सांपला की तरफ से कैंटर आता दिखाई दिया। कैंटर को रोकने के लिए इशारा किया, लेकिन चालक ने उसकी स्पीड बढ़ा दी। पुलिस ने भी आरोपित का पीछा किया। कारौर गांव के नजदीक चालक कैंटर से उतरकर खेतों में भाग गया, जो पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। पुलिस ने कैंटर को कब्जे में लेकर तलाशी ली, जिसमें शराब की 589 पेटी बरामद की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
कुछ ऐसा किया गया फर्जीवाड़ा
जांच के बाद इस मामले में पुलिस ने हिसार जिले के गुराणा गांव निवासी भूपेंद्र, फतेहाबाद जिले के बोस्ती निवासी विनोद, खासा पठाना निवासी पंकज और खासा पठाना निवासी राजेश को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से पूछताछ के बाद सामने आया कि इनका मुखिया झज्जर जिले के बराही गांव का रहने वाला राजेश पुत्र प्रहलाद है, जो फिलहाल बहादुरगढ़ में रहता है। पुलिस तभी से उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही थी, लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ पा रहा था। सोमवार को बहादुरगढ़ के देव नगर निवासी यशवीर, भदानी गांव निवासी जयबीर उर्फ डब्बू आइएमटी थाने में पहुंचे। जो अपने साथ राजेश पुत्र प्रहलाद की जगह राजेश पुत्र होशियार को पेश करने के लिए लेकर आए थे। राजेश पुत्र होशियार मूलरूप से राजस्थान के चूरू जिले के मीठी रेढू गांव का रहने वाला है, जो फिलहाल में झज्जर जिले के सिद्धीपुर लोवा गांव में रहता है और राजेश पुत्र प्रहलाद के साथ काम करता है। पूछताछ के दौरान पुलिस को शक हुआ, जिसके बाद सख्ती से पूछताछ की गई। इसमें आरोपित ने बताया कि राजेश पुत्र प्रहलाद को गिरफ्तारी से बचाने के लिए उसे यहां पर लाया गया है। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। चारों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी कर पुलिस को गुमराह करने की धाराओं में भी मामला दर्ज कर लिया है।
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इस मामले में मुख्य आरोपित राजेश पुत्र प्रहलाद है। उसे गिरफ्तारी से बचाने के लिए राजेश पुत्र होशियार को थाने में लाकर पेश किया। जो उनके यहां पर काम करता है। पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया। आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया है।
- इंस्पेक्टर अनिल कटारिया, थाना प्रभारी आइएमटी।